मरने के बाद भी नहीं मिल रही जगह...मृतकों के सम्मानजनक विदाई पर संकट, बैकुंठ धाम में नहीं मिली जमीन
बाराबंकी: अमृत विचार। नगर पंचायत बंकी, जो कलेक्ट्रेट मुख्यालय से सटी हुई है, वहां आज तक कोई सार्वजनिक बैकुंठ धाम या दाह संस्कार स्थल निर्धारित नहीं किया गया है। स्थिति यह है कि लगभग 70 प्रतिशत हिंदू आबादी वाले इस क्षेत्र में मृतकों के अंतिम संस्कार हेतु एक उपयुक्त सार्वजनिक स्थान तक उपलब्ध नहीं है। इस समस्या को लेकर समाजसेवी दिलीप कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 21 अगस्त 2025 को जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी से मिलकर नगर पंचायत बंकी में सार्वजनिक बैकुंठ धाम के निर्माण की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज कर 22 अगस्त को अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत बंकी को निस्तारण के लिये प्रेषित किया। लेकिन 9 सितंबर को जनसुनवाई पोर्टल पर अधिशासी अधिकारी बंकी की ओर से भेजी गई आख्या में यह उल्लेख किया गया कि नगर निकाय के पास पर्याप्त भूमि उपलब्ध नहीं है, जहां बैकुंठ धाम का निर्माण किया जा सके।
जबकि निकाय सीमा विस्तार क्षेत्र में बंजर व चारागाह भूमि उपलब्ध है, जिसे चिन्हित किया जा सकता है। अधिकारियों की इस अनदेखी और असंवेदनशील रवैये से असंतुष्ट होकर दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने अब मुख्यमंत्री को रजिस्टर्ड डाक से मांग पत्र भेजते हुए शीघ्र ही नगर पंचायत बंकी में हिंदू समुदाय के लिए एक सार्वजनिक बैकुंठ धाम/दाह संस्कार स्थल की व्यवस्था कराने की मांग की है।
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