पीलीभीत: विहिरप जिलाध्यक्ष का छिना पद, दो जमानत याचिका निरस्त, एक मंजूर

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Published By Monis Khan
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पीलीभीत, अमृत विचार। रविवार को जेल भेजे गए विश्व हिंदू रक्षा परिषद (विहिरप) के जिलाध्यक्ष यशवंत सिंह की मुश्किल कम नहीं हो सकी है। एक तरफ संगठन विरोधी गतिविधियों पर पद से राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने निष्कासित कर दिया है। वहीं, एक-एक कर पांच मुकदमे दर्ज होने के बाद तीन प्रकरणों में डाली गई जमानत याचिकाओं में सुनवाई हुई। जिसके बाद मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में हंगामा करने के मामले में जमानत याचिका सीजेएम न्यायालय से स्वीकृत हो गई जबकि कैफे संचालक से रंगदारी वसूलने के मामले में जमानत नहीं मिल सकी है। वहीं, एसीजेएम कोर्ट से पंडरी गांव के प्रधान पुत्र की ओर से दर्ज एफआईआर में भी जमानत याचिका निरस्त कर दी गई है।

टनकपुर हाईवे पर जाम लगाने के बाद हुई गिरफ्तारी और फिर एक-एक कर पांच मुकदमों में आरोपी विहिरप जिलाध्यक्ष यशवंत सिंह को पुलिस ने कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया था।  मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मंगलदेव सिंह की अदालत में यशवंत सिंह की दो प्रकरणों में जमानत याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। ये दोनों प्रकरण सदर कोतवाली क्षेत्र से जुड़े थे। एक मामले में मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में हंगामा, कार्य में बाधा डालने आदि के आरोप थे। वहीं, दूसरे प्रकरण में कैफे संचालक से 60 हजार रुपये रंगदारी वसूलने का आरोप है।  इन दोनों प्रकरणों को लेकर जमानत याचिका पर सुनवाई हुई।  न्यायालय ने सुनवाई के बाद कैफे संचालक से रंगदारी मामले में जमानत याचिका निरस्त कर दी, जबकि मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में हंगामा करने वाले मामले में जमानत स्वीकृत कर दी गई है। बता दें कि यशवंत सिंह पर पहली एफआईआर 13 सितंबर को पंडरी गांव के प्रधान पुत्र कमल कुमार की ओर से दर्ज कराई गई थी। इस मामले में भी जमानत याचिका एसीजेएम सतीश कुमार की अदालत में दी गई थी।  इस पर भी मंगलवार को सुनवाई हुई और न्यायालय ने जमानत याचिका निरस्त कर दी है।

चार और आरोपियों ने मांगी अग्रिम जमानत, 29 को सुनवाई
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के वरिष्ठ महामंत्री गोपाल शर्मा भी पांच में से चार मुकदमों में नामजद है। टनकपुर हाईवे पर जाम लगाने के बाद पुलिस के सख्ती करने के बाद से ही वह फरार है। उसकी ओर से एसीजेएम कोर्ट में दो मुकदमों में आत्म समर्पण करने हेतु याचिका दी गई है, जिस पर 25 सितंबर को सुनवाई होगी।  इधर, अब आरोपी आशीष लोधी, गौरव राणा, शिवम सक्सेना और प्रिंस बजरंगी उर्फ प्रशांत भारद्वाज अग्रिम जमानत पाने के लिए सत्र न्यायालय की शरण में पहुंचे हैं। अग्रिम जमानत अर्जी की नकल पुलिस को भेज दी गई है। इस पर  29 सितंबर को सुनवाई होगी।

सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों से जुड़ा एक और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें जिलाध्यक्ष यशवंत सिंह, गोपाल शर्मा, आशीष लोधी, गौरव राणा आदि दिखाई दे रहे हैं। एक परिवार से तीखी नोकझोंक होती दिखाई दे रही है। मामला पूरनपुर क्षेत्र का बताया जा रहा है। जिसमें जमीन या मकान खाली कराने के लिए दबाव बनाने से जोड़कर देखा जा रहा है। मंगलवार को ये वीडियो कई फेसबुक आईडी से अपलोड किया जाता रहा।

विहिरप जिलाध्यक्ष पद से भी निष्कासित 
जेल में बंद विश्व हिंदू रक्षा परिषद के जिलाध्यक्ष यशवंत सिंह को पद से निष्कासित कर दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने बताया कि यशवंत सिंह की ओर से संगठन विरोधी गतिविधियां की जा रही थी। इस पर उन्हें पर से  निष्कासित कर दिया है। इसकी सूचना डीएम एसपी को भेजी जा चुकी है। सचिव रचना गौतम की ओर से आदेश जारी किया गया है। - गोपाल राय, राष्ट्रीय अध्यक्ष, विहिरप

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