भारत की एकता-अखंडता को सशक्त करेंगे युवा, बोले सीएम योगी- युवाओं को कराएं अयोध्या-लखनऊ का भ्रमण
17वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में आए कई राज्यों के युवा प्रतिनिधि
लखनऊ, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को सशक्त करने में युवाओं की सबसे बड़ी भूमिका है। मुख्यमंत्री ने युवाओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम एक भारत-श्रेष्ठ भारत अभियान का हिस्सा हैं, जो न केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान का मंच हैं, बल्कि विविधताओं के बीच एकता को मजबूत करने का अवसर भी प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा कि बोली-भाषा में भिन्नता के बावजूद पूरे भारत की भाव-भंगिमा एक है और यही भाव हमें जोड़ता है। योगी सोमवार को अपने आवास पर आयोजित 17वें जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से आए करीब 200 युवा प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। यह आयोजन 25 सितंबर से शुरू हुआ है, जो पहली अक्टूबर तक चलेगा।
योगी ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को याद किया और कहा कि उन्होंने गुलामी की बेड़ियों से जकड़े भारतवासियों में स्वतंत्रता का जज्बा जगाया। इस वर्ष उनकी 150वीं जयंती भी है। मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंच प्रण को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
उन्होंने कहा कि विरासत पर गर्व, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, सेना व सुरक्षा बलों के प्रति सम्मान, सामाजिक एकता और नागरिक कर्तव्यों का पालन ही विकसित भारत की आधारशिला हैं।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकसित भारत का बड़ा विजन रखा है। भारत तभी विकसित होगा, जब हर नागरिक अपने स्तर पर योगदान देगा। कांदला से कालाहांडी और गढ़चिरौली से बीजापुर तक जब हर इलाका विकास की मुख्यधारा में आएगा, तभी 140 करोड़ भारतवासियों की आशाओं के अनुरूप राष्ट्र प्रगति करेगा। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव भी मौजूद रहे।
युवाओं को कराएं अयोध्या-लखनऊ का भ्रमण : योगी
मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि अयोध्या और लखनऊ को देखकर बताइए कि विकास कैसा होता है। जब आप विकास की बात करेंगे, तभी वह धरातल पर उतरकर दिखेगा। उन्होंने कहा कि भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के दौरान जनजातीय समुदाय का सहयोग सर्वाधिक रहा। आज उनकी जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बन चुका है और अयोध्या विकास का आदर्श मॉडल बन गई है। योगी ने कहा कि 8-10 साल पहले अयोध्या की सड़कें संकरी थीं और वहां विकास की कल्पना करना मुश्किल था, लेकिन आज वहां आधुनिक ढांचे और योजनाओं का तेजी से विस्तार हुआ है।
