Bareilly : गुटबाजी ने मौलाना तौकीर को पहुंचाया सलाखों के पीछे, कॉल वापस लेने पर भड़काते थे करीबी
बरेली, अमृत विचार। जुमे की नमाज के बाद पुलिस पर पथराव और फायरिंग कराने वाले मास्टर माइंड आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां को आपसी गुटबाजी ने ही जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। उनके ही लोगों में दो गुट बन गए थे। जो मौलाना तौकीर के खास बनने के चक्कर में मामले को शांत नहीं होने दिए। नतीजा यह रहा कि शहर में बवाल हुआ और पुलिस ने मौलाना तौकीर को गिरफ्तार करके फतेहगढ़ जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
मौलाना तौकीर रजा खां का दाहिना हाथ आरोपी नदीम खां ने पुलिस पूछताछ में बताया कि तौकीर के खास लोगों में पांच लोग शामिल थे। इनमें डॉ. नफीस, मुनीर इदरीसी, उहसानउलहक चतुर्वेदी और पार्षद अनीस सकलैनी शामिल थे। इनमें उसके साथ डॉ. नफीस थे, जबकि, तीन लोग एक तरफ थे। ये दोनों फाइक एन्क्लेव में देर रात जाकर मौलाना तौकीर को समझा-बुझाकर कॉल वापस लेने के लिए तैयार करते थे, लेकिन, सुबह ही दूसरा गुट पहुंच कर उन्हें भड़काने का काम करता था। इसके बाद कॉल वापस लेने से मौलाना इनकार कर देते थे। यह सब मौलाना का खास बनने के लिए ड्रामा किया जा रहा था। इसमें पांचों लोगों की अपनी अलग-अलग भूमिका थी। जो तय समयानुसार अपनी भूमिका निभा रहे थे।
नदीम और डॉक्टर नफीस ने फर्जी हस्ताक्षर कर थमाया लेटर पैड
पुलिस-प्रशासन की टीम ने लगातार वार्ता कर जब मौलाना तौकीर रजा खां को इस्मालिया इंटर कॉलेज पहुंचने की कॉल वापस लेने के लिए समझा लिया तो उन्होंने नदीम और नफीस से कार्यक्रम रद्द करने के लिए लेटर पैड पर लिखकर जारी करने को कहा। उस समय भी मौलाना समेत अन्य लोगों के मन में खोट था। यही वजह है कि जैसे ही लेटर पैड पर कार्यक्रम निरस्त किए जाने के बारे में लिखकर पुलिस को दिया गया। उसके कुछ ही देर बाद नदीम और पार्षद अनीस सकलैनी ने उसी लेटर पैड का फोटो सोशल मीडिया पर डालकर उसके नीचे बकायदा मैसेज लिखा कि तय समय पर सभी लोग इस्लामिया ग्राउंड पहुंचेंगे। कार्यक्रम निरस्त नहीं किया गया है। बल्कि, लेटर पैड फर्जी तरीके से वायरल किया जा रहा है। अगली सुबह शुक्रवार को मौलाना तौकीर रजा खां ने भी वीडियो जारी कर लेटर को फर्जी बताते हुए सभी से पहुंचने की अपील की थी।
