बाराबंकी : ठेकेदारों की मनमानी से व्यापारी परेशान, तय दरों से कई गुना अधिक वसूली का आरोप

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Published By Deepak Mishra
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देवा/बाराबंकी, अमृत विचार। देवा मेला 2025 में जहां एक ओर जिला प्रशासन व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने का दावा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर पशु बाजार और लोडिंग-अनलोडिंग के ठेकेदारों द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मनमानी वसूली की शिकायतें सामने आ रही हैं। 

व्यापारियों का आरोप है कि प्रदर्शनी समिति द्वारा निर्धारित शुल्कों की अनदेखी कर ठेकेदार मनमर्जी से कई गुना अधिक पैसे वसूल रहे हैं। इस बार पशु बाजार का ठेका 25.10 लाख और लोडिंग-अनलोडिंग का ठेका 7.5 लाख में हुआ है। 

समिति द्वारा तय दरों के अनुसार घोड़े-घोड़ी की लिखाई 1000, गधा-खच्चर 700, गाय-भैंस 700 व प्रति पशु प्रवेश शुल्क 50 रुपये निर्धारित है। जबकि लखनऊ से आए व्यापारी संजीव कुमार के मुताबिक एक घोड़ा बेचने पर 1200 वसूले गये। जिसमें 1000 रुपये लिखाई और 200 रुपये प्रवेश शुल्क लिया गया।

इसी तरह लोडिंग-अनलोडिंग में भी ठेकेदार अनलोडिंग पर 200 से 400 रुपये तक की वसूली कर रहे हैं, जबकि नियमों के अनुसार केवल 100 रुपये निर्धारित है। गाजीपुर से आए व्यापारी मोहम्मद अली ने आरोप लगाया कि पशु ले जाने के लिये ठेकेदारों द्वारा डीसीएम गाड़ी का भाड़ा 50,000 मांगा जा रहा है, जबकि वही गाड़ी बाहर के ट्रांसपोर्टरों से 28,000 में मिल रही है। 

व्यापारियों ने देवा मेला प्रदर्शनी समिति एवं जिला प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है, ताकि दूर-दराज से आने वाले पशु व्यापारी इस तरह की लूट से बच सकें। एडीएम डॉ. अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आरोपों की जांच कराई जाएगी। किसी भी प्रकार की अवैध वसूली करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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