UP : सात दिन बाद फिर बढ़ा गंगा का जलस्तर, नरौरा से छोड़ा गया 35 हजार क्यूसेक पानी

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
On

बदायूं, अमृत विचार। पिछले कुछ दिनो से हो रही हल्की बारिश के चलते नरौरा बैराज से कुछ पानी छोड़ा गया है। लेकिन तटवर्ती इलाकों में इतने पानी से कोई दिक्कत नहीं है। यह पानी गंगा में आराम से पास हो रहा है। आशंका जताई जा रही है कि यदि बारिश तेज हुई तो और अधिक पानी ऊपर से डिस्चार्ज किया जा सकता है।

काफी समय से बारिश बंद है। जिससे नरौरा बैराज का पानी भी अब कंट्रोल में है। तीस सितम्बर को नरौरा से 28 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जबकि उससे पहले भी कम पानी आ रहा था जिससे तटवर्ती क्षेत्र उसहैत और सहसवान में गंगा का जलस्तर भी तेजी से नीचे आ गया। बाढ़ का पानी खत्म होने पर ग्रामीण अपने घरों को लौट गए। तटवर्ती इलाकों में लोगों की जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। लेकिन पिछले कुछ दिनो से हल्की बारिश शुरू है। बारिश के चलते नरौरा बैराज में कुछ पानी बढ़ा है।

लेकिन अब खतरे की आशंका नहीं है। बाढ़ खंड का कहना है कि पचास हजार क्यूसेक तक पानी आने पर भी किसी तरह की दिक्कत नहीं होती है। इतना पानी आसानी से गंगा में पास हो जाता है। आज 35 हजार 302 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। कछला गंगा में पानी बहुत कम है। अब लोगों को स्नान करने में भी दिक्कत होगी।

उधर दातागंज क्षेत्र में रामगंगा का जलस्तर काफी नीचे आ गया है। गंगा की धार अपनी पुरानी जगह पर लौट चुकी है। आसपास के इलाके में कहीं पानी नहीं दिख रहा है। गंगा की तलहटी में खाली खेत और कटान के निशान दिख रहे हैं। नगरिया खनु और अनंदपुर क्षेत्र में गंगा के कटान से हुए नुकसान को देख कर किसान परेशान है। उधर हजरतपुर इलाके में अब तक ऊपर तक बह रही गंगा अब काफी नीचे वह रही है। सड़कें भी दिख रही हैं। गढ़िया रंगीन को जाने वाली सड़क जर्जर हो चुकी है फिर भी वाहनों का आना जाना शुरू हो गया है।

सहसवान की महावा नदी का पानी केबल बांध के नीचे दिख रहा है। आस पास का पूरा इलाका खाली हो चुका है। आसे नगला, खादी नगला और वीर सहाय नगला के ग्रामीण कटान से हुए नुकसान को लेकर परेशान है। महावा नदी के बांध के अंदर छह गांव हैं। इन गांवों में इस बार भी कटान हुआ है। आसे नगला के दर्जन भर मकान पानी में समा गए। अब स्थिति सामान्य है। लोगों का कहना है कि बारिश का समय बीत चुका है। ऊपर से अब पानी छोड़े जाने की संभावना नहीं है।

नरौरा वैराज में पानी अधिक नहीं है। इसलिए कई दिनो से 20 से 25 हजार क्यूसेक ही पानी छोड़ा जा रहा था। मंगलवार को एक सपताह बाद कुछ पानी बढ़ा है लेकिन इससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। इतना पानी गंगा में आसानी से पास हो जाता है। उसहैत दातागंज और हजरतपुर इलाके में बाढ़ पूरी तरह खत्म हो चुकी है।
-नेशपाल, सहायक अभियंता, बाढ़ खंड।

संबंधित समाचार

टॉप न्यूज

न देखे गए अवतार में दिखाई देंगे टाइगर श्रॉफ, राम माधवानी की स्पिरिचुअल एक्शन थ्रिलर प्रोजेक्ट को होंगें हिस्सा  
Naxalite Hidma Killed: नक्सलियों का सबसे बड़ा लीडर हिडमा ढेर...1 करोड़ का था इनामी... सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, तलाशी ऑपरेशन जारी 
बीबीएयू के नवीन अरोरा को मिली फेलोशिप उपाधि... Prof. Arora की खोज से यूपी में ऊसर भूमि की उत्पादकता बढ़ी
प्रतापगढ़ में पुलिस मुठभेड़ में बदमाश घायल, एक आरोपी गिरफ्तार, सोने की चैन लूट कर फरार हो गए अपराधी  
गोरखपुर में सीएम योगी ने किया अत्याधुनिक फोरेंसिक लैब का किया उद्घाटन, अपराध जांच को मिलेगा बड़ा बूस्ट