करवाचौथ पर कोहराम: पत्नी से अनबन, पति ने लगाई फांसी...परिजनों में मचा कोहराम, पुलिस ने की जांच 

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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कानपुर, अमृत विचार। करवाचौथ पर छह परिवारों में कोहराम मच गया। पत्नी से अनबन के कारण अलग रहे रहे दो पतियों ने फांसी से लटककर आत्महत्या कर ली। रावतपुर में पत्नी का व्रत तुड़वाने के बाद जान दे दी। वहीं बर्रा और गोविंदनगर में दो लोगों ने जिंदगी से नाता तोड़ लिया। गोविंदपुरी स्टेशन पर फुटवियर कारोबारी ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की।

फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। सेन पश्चिम पारा के बिनगवां निवासी 45 वर्षीय मनोज श्रीवास्तव पेट्रोल पंप पर नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी निर्मला और छह बेटियां हैं। जिनमें चार की शादी हो चुकी है। निर्मला के भाई संजय ने बताया कि बहनोई शराब के लती थे, जिस कारण बहन से आएदिन विवाद होता था। 

इसलिए डेढ़ साल से वह चंदीपुरवा में किराए पर कमरा लेकर अविवाहित दो बेटियों के साथ अलग रह रहीं थी। शुक्रवार को मनोज पत्नी व बेटियों से मिलने के चंदीपुरवा पहुंचे थे, वहां कोई नहीं मिला। लौटने पर उन्होंने कमरे मे फांसी लगाकर जान दे दी। छोटे भाई राजेश ने बताया कि भतीजे शिवा शव फंदे पर लटका देखा। सूचना पर फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य लिए। इसी तरह बर्रा के दामोदरनगर निवासी इलेक्ट्रीशियन 34 वर्षीय विकास साहू ने फंदे से लटककर जान दे दी। परिवार में पत्नी पूजा व एक बेटी हनी है। तीन भाइयों में बड़े विशाल ने बताया कि अनबन के कारण उसकी पत्नी तीन साल से विकास से अलग रह रही थी। बेटी विकास के पास ही रहती थी। 

पत्नी के कारण विकास तनाव में रहता था, जिसके चलते उसने त्योहार के दिन फांसी लगा ली। शव फंटे से लटका देखकर मां सावित्री, छोटा भाई दीपक में कोहराम मच गया। वहीं रावतपुर के मथुरानगर निवासी 45 वर्षीय वीरेंद्र कुमार बिजली का काम करते थे। परिवार में पत्नी गुंजा व दो बेटियों अंकिता व श्रद्धा हैं। बड़े भाई सत्येंद्र कुमार ने बताया कि करवाचौथ की पूजा के बाद परिवार के सभी लोग खाना खाकर सो गए थे। रात तीन बजे गुंजा की आवाज सुनी तो चोर आने का संदेह होने पर डंडा लेकर दौड़े। तभी वह रोते हुए सामने आई गई, उसने कहा, भइया देखों इन्होंने क्या कर लिया। अंदर कमरे में गए तो वीरेंद्र फंदे पर लटका था। उसने आत्महत्या क्यों की इसकी वजह स्पष्ट नहीं है।

इसी प्रकार गोविंदनगर महादेवनगर कच्ची बस्ती निवासी 44 वर्षीय शीलू सिंह ने फांसी लगाकर जान दे दी। मजदूरी करने वाले शीलू के परिवार में पत्नी नीतू व तीन बच्चे अंकित, आलोक व खुशी हैं। अंकित ने बताया कि घटना के समय मां भाई व बहन के साथ बाजार गई थी। पिता घर पर अकेले थे। पूजा की तैयारी हो रही थी। इसी बीच उन्होंने फांसी लगा ली। मां के लौटने पर घटना का पता चला। उन्होंने बताया कि आत्महतया की वजह स्पष्ट नहीं है। 

फुटवियर कारोबारी ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान  

शास्त्रीनगर के प्रभु आस्था अपार्टमेंट निवासी 55 वर्षीय अमरलाल गुरुबानी की गुमटी में फुटवियर की दुकान है। परिवार में पत्नी हर्षा व दो बच्चे यश और श्रेया हैं। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को वह दुकान बंद कर घर के लिए निकले थे, लेकिन गोविंदपुरी स्टेशन पहुंच गए। रेलवे लाइन पर उनका शव मिला है। जीआरपी के अनुसार अमरलाल ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दी है। घरवालों ने बताया कि आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है।

दूसरी मंजिल से कूदकर युवक ने की खुदकुशी 

चकेरी में एक युवक ने घर की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के अनुसार मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। सभी लोग खाना खाने के लिए बैठे थे, तभी वह उठकर भागा और छत से छलांग लगा दी। घाऊखेड़ा निवासी नीरज कुमार का 19 वर्षीय बेटा सुमित कुमार डेकोरेशन का काम करता था। उन्होंने बताया कि परिवार में पत्नी सुनीता, दो जतिन व शिवम भी हैं। सुमित दूसरे नंबर का था। वह संजय चौरिसया के मकान में किराए पर रहते हैं। नीरज के अनुसार शुक्रवार शाम सुमित मां के लिए करवाचौथ की पूजा का सामान लेने गया था। 

पूजा के बाद पूरा परिवार खाना खाने बैठा था, तभी सुमित खाना छोड़कर अचानक छत की ओर भागा। वह उसके पीछे दौड़े, लेकिन तब तक उसने दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी। घायल अवस्था में उसे लेकर कांशीराम अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। चकेरी थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि युवक नशे का आदी था। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है।

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