चुनाव आयोग के लिए न कोई पक्ष व विपक्ष : बोले मुख्य निर्वाचन आयुक्त- 51 करोड़ नामों का होगा शुद्धिकरण

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। चुनाव आयोग पूरी तरह से निष्पक्ष होता है। उसके लिए न कोई पक्ष होता है और न ही कोई विपक्ष होता है। इस वक्त बिहार का चुनाव चल रहा है। सभी दल अपने-अपने अनुसार वोट दिए जाने की अपील कर रहे हैं। सभी मतदाता स्वतंत्र रूप से मतदान करेंगे। इसके लिए आयोग पूरी तरह तैयार है। यह कहना है मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार का। वे रविवार को द स्पोर्टस हब में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे। 

कार्यक्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि देश में मतदाता सूची का शुद्धिकरण होने जा रहा है। इस कार्य में लगभग 51 करोड़ मतदाता जद में आएंगे। मै भरोसा दिलाता हूं कि इस प्रक्रिया के बाद यह एक ऐतिहासिक निर्णय के रूप में भविष्य में जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि मे यह भी भरोसा दिलाता हूं कि इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद न सिर्फ चुनाव आयोग पर बल्कि मुख्य चुनाव आयुक्त पर भी समाज को गर्व होगा। 

उन्होंने कहा कि भारत का मुख्य चुनाव आयुक्त होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण हो, हर नागरिक को मतदान का अधिकार मिले और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में पारदर्शी चुनाव कराए जाएं। भारत में करीब सौ करोड़ मतदाता हैं,यह संख्या अमेरिका, कनाडा, यूरोप, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के मतदाताओं के शामिल करने के बाद भी आठ करोड़ अधिक है। 

ऐसे में हर राज्य का चुनाव एक विश्वस्तरीय प्रक्रिया बन जाता है। अभी बिहार में जो चुनाव चल रहे हैं, वह दुनिया के दस सबसे बड़े चुनावों में एक है। बिहार में इस बार मतदाता सूची के शुद्धिकरण के दौरान साढ़े सात करोड़ मतदाताओं में से किसी ने भी शिकायत नहीं की, यानी जीरो अपील रही। यह अपने आप में विश्व की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस अभियान की सफलता ने साबित किया है कि भारतीय मतदाता और चुनाव आयोग दोनों लोकतंत्र के प्रति कितने सजग हैं।

आईआईटी ने किया 21 विशेषज्ञों का सम्मान

कानपुर: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी कानपुर) का रविवार को स्थापना दिवस समारोह आयोजित हुआ। इस दौरान 21 विशेषज्ञों, पूर्व छात्रों व प्रोफेसर को संस्थान की ओर से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी भी शामिल रहे। समारोह के दौरान आईआईटी कानपुर को तकनीक व शोध का नेतृत्व करने वाला संस्थान बताया गया। इस दौरान विकसित भारत के लिए शोध व नवाचार को जरूरी बताया गया। 

समारोह में देशभर से विशेषज्ञ एकत्रित हुए। समारोह की में मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी रोपड़ और आईआईटी गोवा के चेयरपर्सन, बोर्ड ऑफ गवर्नस आदिल जैनुलभाई मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर लंबे समय से तकनीकी और वैज्ञानिक उत्कृष्टता का एक प्रतीक रहा है। दशकों से, इसके पूर्व छात्रों, विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों ने भारत की विकास गाथा में निर्णायक योगदान दिया है।

आईआईटी कानपुर अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों जश्न स्थापना दिवस के रूप में मना रहा है। यह भावी पीढ़ियों को उद्देश्यपूर्ण नवाचार और निष्ठा के साथ नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करता रहेगा। आईआईटी कानपुर को विकसित भारत के लक्ष्यों के अनुरूप एक नवाचार और आर्थिक इंजन बनना होगा। विकसित भारत के लिए तकनीक और नवाचार मुख्य भूमिका निभाएंगे इसलिए संस्थान से जल्द ही और नए प्रयोग सामने आ सकेंगे।

उधर समारोह में संस्थान के निदेशक प्रो मणींद्र अग्रवाल ने सम्मानित होने वाले विशेषज्ञों को बधाई दी। इसके अलावा उन्होंने संस्थान की कई उपलब्धियों पर भी चर्चा की। जिनमें वाधवानी स्कूल ऑफ एआई एंड इंटेलिजेंट सिस्टम्स की स्थापना, कोटक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी भवन के निर्माण की आधारशिला रखना और अंतःविषयक एवं अनुवादात्मक अनुसंधान पर संस्थान का बढ़ता ध्यान शामिल है।

प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि यह दिन न केवल एक संस्थान की स्थापना का, बल्कि ज्ञान, नवाचार और युवा पीढ़ी के मार्गदर्शन की एक सतत यात्रा की शुरुआत का भी प्रतीक है। स्थापना दिवस पर सम्मनित होन वाले विशेषज्ञों ने संस्थान को हर क्षेत्र में नेतृत्व का गुर सिखाने वाला संस्थान बताया। सम्मानित होने वाले पूर्व छात्रों ने इस लम्हें को अभूतपूर्व बताया। सम्मानित होने के दौरान कई पूर्व छात्र मंच पर ही भावुक हो उठे। समारोह के दौरान संस्थान के उपनिदेशक प्रो. ब्रज भूषण, डीन, रिसोर्सेज एंड एलुमनाई प्रो. अमेय करकरे व डीन, फैकल्टी अफेयर्स प्रो. जितेंद्र के. बेरा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

यह हुए सम्मानित
प्रो वेंकटेश सुदर्शन, प्रो अजीत बोस, डॉ. रीमा पदमन, डॉ. दीपक नरूला, ज्ञानेश कुमार, अवनीश कुमार अवस्थी, प्रो रिष्रिकेश टी कृष्णन, मनीष चंद्रा, डॉ. नरेश चंद्र गुप्ता, रिषी कपूर, संजय मल्होत्रा, प्रो अमित अग्रवाल, अंबुज कुमार, शिरीष जोशी, असीम शुक्ला, निषित मोहन, अभिनव जैन, प्रो दिनेश भरडिया, डॉ. एहसान चट्रटोपाध्याय, भावेश मित्तल व प्रो टीवी प्रभाकर। 

तेज चलने पर हवा विपरीत होती
आईआईटी कानपुर में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार को सम्मानित किया गया। इस दौरान उन्होंने संस्थान में गुजारे अपने छात्र जीवन के पलों को याद किया। कहा कि उस दौर में वे लोग बड़े सपने देखते थे। अपने अनुभवों पर कहा कि जब आप तेज चलते हैं तो हवा विपरीत चलने लगती है। इसलिए हवा के रुख को देख धीमा नहीं होना चाहिए। अपनी चाल चलते रहना चाहिए। उन्होंने अपनी पत्नी को होम मिनिस्टर का दर्जा दिया। कहा कि उन्होंने मेरे लिए तमिल तक सीख ली।

भावुक हुए अवनीश अवस्थी
सम्मन समारोह के दौरान जब आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र व प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी को सम्मानित किया गया तो वे भावुक हो गए। कहा कि आज उनके साथ यहां पर पूरा परिवार है। इस मंच पर खड़े होकर आज उन्हें अपने पिता की बहुत याद आ रही है। उन्होंने कोविड के दौरान आईआईटी कानपुर की ओर से की गई सहायता के लिए आभार भी जताया। कहा कि इस सहायता से उन्हें आम लोगों के लिए कार्य करने में सहूलियत हुई। 

नेतृत्व क्षमता सिखाई
सम्मानित होने के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने संस्थान का आभार जताया। कहा कि वे संस्थान के हमेशा कृतज्ञ रहेंगे कि संस्थान ने उन्हें नेतृत्व क्षमता सिखाई। कहा कि यह सीखी उन्हें हर क्षेत्र में काम आती है। उन्होंने कहा कि संस्थान की यह सीख सभी छात्रों को दी जाती है। यही वजह है कि आज संस्थान के छात्र जिस भी जगह है वहां पर अपना व संस्थान का नाम रौशन कर रहे हैं।

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