छोटे कदम, बड़ा असर: लखनऊ में SGPGI वॉकथॉन से लोगों को किया जागरूक, डायबिटीज को लेकर नई पहल

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ। विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर रविवार को लखनऊ में यहां के एसजीपीजीआई (संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट) के एंडोक्राइनोलॉजी एवं पीडियाट्रिक एंडोक्राइनोलॉजी विभागों की ओर से वॉकाथॉन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय 'छोटे कदम, बड़ा प्रभाव : डायबिटीज के साथ स्वस्थ जीवन जिएं' था, जो जीवनशैली में छोटे लेकिन महत्वपूर्ण बदलावों के जरिए मधुमेह की रोकथाम और प्रबंधन पर केंद्रित रहा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह हुई, जिसमें प्रतिभागियों ने संस्थान परिसर में 02 किलोमीटर की वॉक की। इस पहल का उद्देश्य मधुमेह के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना, नियमित शारीरिक गतिविधि को प्रोत्साहित करना और यह संदेश देना था कि स्वास्थ्य में सुधार की शुरुआत अक्सर छोटे दैनिक प्रयासों से होती है। वॉकाथॉन में करीब 250 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

इनमें संकाय सदस्य, रेज़िडेंट डॉक्टर, विद्यार्थी , नर्सिंग और तकनीकी कर्मी सहित संस्थान के अन्य कर्मचारी शामिल रहे। वॉक के बाद आयोजित सभा में वरिष्ठ संकाय सदस्यों ने मधुमेह की रोकथाम, प्रारंभिक पहचान और जीवनशैली में सुधार के महत्व पर अपने विचार साझा किए। वक्ताओं में डॉ. मनोज जैन (कार्यवाहक निदेशक, एसजीपीजीआई), डॉ. प्रीति दाबादघाओ, डॉ. सुभाष यादव, डॉ. आदित्य कपूर, डॉ. नारायण प्रसाद, डॉ. एस.के. अग्रवाल, डॉ. नवीन गर्ग और डॉ. मंजूषा गर्ग शामिल रहे। डॉ. प्रशांत ने संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रण और तनाव प्रबंधन जैसे सरल उपायों से मधुमेह की रोकथाम पर व्यावहारिक सुझाव दिए। यह वॉकाथॉन जागरूकता, शिक्षा और सामुदायिक सहभागिता का एक सफल संगम रहा, जिसने विश्व मधुमेह दिवस पर एसजीपीजीआई की पहल को सार्थक और प्रेरणादायी बना दिया। 

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