Panchayat elections: हर पंचायत बनेगी आत्मनिर्भर और जवाबदेह, एडवॉसमेंट इंडेक्स बनेगा ग्रामीण प्रगति का आईना... पंचायतों दिया गया बड़ा अधिकार

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

लखनऊ, अमृत विचार: उत्तर प्रदेश सरकार अब ग्राम पंचायतों को बेहतर प्रदर्शन के आधार पर स्वयं अपना सूचकांक तैयार करने का अधिकार देने जा रही है। इस क्रम में ग्राम पंचायतों को प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत होने का भी मौका मिलेगा। इससे न केवल हर पंचायत आत्मनिर्भर और जवाबदेह बनेगी बल्कि एडवॉसमेंट इंडेक्स ग्रामीण प्रगति का आईना भी बनेगा। दरअसल, सरकार का लक्ष्य है कि शहरों में उपलब्ध सुविधाएं अब गांवों तक भी पहुंचें, ताकि ग्रामीण क्षेत्र भी समान रूप से विकास और सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ सकें।

पंचायती राज विभाग की ओर से सोमवार को पंचायतीराज निदेशालय, लोहिया भवन, अलीगंज, लखनऊ में पंचायत एडवॉसमेंट इंडेक्स (पीएआई) पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों के प्रधान एवं सचिवों सहित लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पंचायतों की भूमिका को सशक्त बनाना और बेसलाइन डेटा के आधार पर ग्राम पंचायतों के प्रदर्शन का आंकलन सुनिश्चित करना था। कार्यशाला के दौरान निरंतर विकास लक्ष्यों को साध रही उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को सम्मानित भी किया गया। इस कड़ी में लखनऊ के विकासखंड बक्शी का तालाब की धनौरी, बीबीपुर एवं सरौरा ग्राम पंचायतों के साथ-साथ मुरादाबाद की मिलक अमावती और बरेली की भरतौल ग्राम पंचायत को उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।


पंचायत एडवॉसमेंट इंडेक्स हमारे ग्राम पंचायतों की कार्यप्रणाली और विकास क्षमता का दर्पण है। इसके माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर पंचायत सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में ठोस और मापनीय प्रगति करे।

- ओमप्रकाश राजभर, पंचायती राज मंत्री

पंचायत एडवॉसमेंट इंडेक्स ग्रामीण विकास की दिशा में एक अभिनव पहल है। यह न केवल पंचायतों की प्रगति को मापने का साधन है, बल्कि उनके बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को भी प्रोत्साहित करता है। इससे हमें यह समझने में मदद मिलती है कि किन क्षेत्रों में और सुधार की आवश्यकता है।

- अमित कुमार सिंह, निदेशक, पंचायती राज विभाग

संबंधित समाचार