मातादीन वाल्मीकि की 200वीं जयंती पर युवाओं में दिखा उत्साह : पदयात्रा निकाल अमर शहीद को किया याद
लखनऊ, अमृत विचार : अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के तत्वाधान में शनिवार को अमर शहीद मातादीन वाल्मीकि की 200वीं जयंती पर विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया।
चिनहट के वाल्मीकि विहार स्थित वाल्मीकि मंदिर से शुरू हुई इस पदयात्रा में लखनऊ सहित कई जिलों से आये महासभा के पदाधिकारी समेत भारी संख्या में लोग शामिल रहे। पदयात्रा के दौरान युवाओं का उत्साह, एकता और सक्रियता देखते ही बन रही थी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के महान महापुरुषों के गौरवशाली इतिहास के प्रति जनजागरण फैलाना और नई पीढ़ी को उनके योगदान से अवगत कराना रहा। यात्रा का समापन इंदिर नगर के आम्रपाली स्थित मातादीन वाल्मीकि चौक पर हुआ।
इस अवसर पर अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा लखनऊ के मंडल अध्यक्ष रूपचन्द्र वाल्मीकि ने 1857 में हुये प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के जनक अमर शहीद मातादीन वाल्मीकि को याद किया। उन्होंने बताया कि अमर शहीद मातादीन वाल्मीकि की 200वीं जयंती पर आयोजित इस तरह के कार्यक्रम के जरिये लोगों को अपने गौरवशाली इतिहास और विरासत से जुड़ने का मौका मिलता है। इस अवसर पर अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के शाखा अध्यक्ष (चिनहट) अरुण वाल्मीकि ने युवाओं को गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी।
इस दौरान अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के प्रदेश सचिव एडवोकेट अविनाश भारती ने कहा कि नगर निगम में सफाई कार्य के लिए बांग्लादेशियों को प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि उत्तर प्रदेश में रह रहे लोगों को सबसे पहले वरीयता जिम्मेदारों को देनी चाहिए।
