RTO में ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया बेपटरी... व्यवस्था को सुगम बनाने के बजाय फेल हो रही निजी कंपनिया, घंटों करना पड़ा इंतजार
लखनऊ, अमृत विचार : ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए शासन की ओर से निजी कंपनियों को जिम्मेदारी सौंपे जाने के बावजूद जमीनी हालात इसके उलट दिख रहे हैं। आरटीओ कार्यालय में लाइसेंस प्रक्रिया संभाल रही सिल्वर टच इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मंगलवार को आरटीओ कार्यालय की पड़ताल में पाया गया कि लाइसेंस बनवाने पहुंचे लोगों को 2 से 3 घंटे तक लंबी लाइनों में खड़ा रहना पड़ा।
कार्यालय परिसर में केवल एक काउंटर होने से लंबी कतारें लग गईं। घंटों से प्रतीक्षा कर रहे विनय, चंद्रपाल, महेंद्र कुमार और शाजिब ने बताया कि कुछ लोग अंदर से सीधे काम कराकर बाहर आते दिखे, जबकि बाकी लोग लाइन में फंसे रहे। निजी कंपनी को दिए गए काम का लाभ जमीन पर दिख नहीं रहा है।
कंपनी के कर्मचारियों ने देरी का कारण सर्वर डाउन होना बताया, जिसके चलते वेरिफिकेशन और डाटा अपलोड का काम बार-बार बाधित होता रहा। तकनीकी खामियों के कारण लाइसेंस प्रक्रिया पूरी तरह धीमी पड़ गई। आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी ने बताया कि जब नई कंपनी काम शुरू करती है, तो शुरुआत में कुछ दिक्कत आती है। सर्वर से जुड़ी समस्या को ठीक करा दिया गया है। कल से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
