बरेली: एलएलबी की परीक्षा में मॉडल पेपर ले जाते परीक्षार्थी पकड़े

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

अमृत विचार, बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के अंतर्गत बरेली कॉलेज समेत 17 केंद्रों पर विधि की परीक्षाएं बुधवार से शुरू हो गईं। बरेली कॉलेज में स्वकेंद्र समेत दो केंद्रों की परीक्षाएं शुरू हुईं। कॉलेज में नकल रोकने के इंतजाम तो किए गए लेकिन कोरोना की वजह से परीक्षार्थियों की चेकिंग सही से नहीं …

अमृत विचार, बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के अंतर्गत बरेली कॉलेज समेत 17 केंद्रों पर विधि की परीक्षाएं बुधवार से शुरू हो गईं। बरेली कॉलेज में स्वकेंद्र समेत दो केंद्रों की परीक्षाएं शुरू हुईं। कॉलेज में नकल रोकने के इंतजाम तो किए गए लेकिन कोरोना की वजह से परीक्षार्थियों की चेकिंग सही से नहीं की गई। परीक्षा में लगे शिक्षकों ने परीक्षार्थियों को हाथ लगाए बिना दूर से पूछा कि कोई नकल सामग्री, मोबाइल या पर्स तो नहीं है।

चेकिंग का फायदा उठाकर कुछ छात्रों ने मॉडल पेपर ले जाने का प्रयास किया। वह चेकिंग प्रक्रिया से गुजर गया लेकिन एक शिक्षक की नजर उस पर पड़ गई तो उसे पकड़ा गया तो उसके पास मॉडल पेपर निकला। इसी तरह से एक अन्य छात्र के पास भी मॉडल पेपर मिला। परीक्षा देने गए छात्र बरेली कॉलेज के पूर्वी और पश्चिमी दोनों गेट से पहुंच गए। बरेली कॉलेज के अलावा जिले में खंडेलवाल कॉलेज में भी विधि की परीक्षाएं हुईं।

16 दिसंबर को एलएलएम द्वितीय सेमेस्टर, एलएलबी द्वितीय व षष्ठम और बीए एलएलबी द्वितीय, षष्ठम व दशम सेमेस्टर की परीक्षा हुई। बरेली में बरेली कॉलेज व क्लासिक लॉ कॉलेज में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले परीक्षार्थियों को प्रवेश के लिए कॉलेज में बुलाया गया था। कॉलेज प्रशासन की ओर से ऐन वक्त पर निर्णय लिया गया था कि परीक्षार्थियों को सिर्फ पूर्वी गेट और पढ़ाई वाले छात्रों को सिर्फ पश्चिमी गेट से प्रवेश दिया जाएगा।

इसकी वजह से दोनों गेटों पर परीक्षार्थी और छात्र-छात्राएं पहुंच गए। पूर्वी गेट पर परीक्षार्थियों से अधिक छात्र-छात्राएं पहुंच जिन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया गया। जब अधिक संख्या में परीक्षार्थी पहुंचे तो उन्हें क्रिकेट मैदान होते हुए जाने दिया गया। जब परीक्षार्थी कॉलेज के अंदर पहुंचे तो परीक्षा केंद्र के पास प्राचार्य डा. अनुराग मोहन, चीफ प्रॉक्टर वंदना शर्मा समेत अन्य लोगों की टीम ने चेकिंग की। यहां परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई। यहां करीब 25 लोगों की टीम चेकिंग के लिए खड़ी थी लेकिन किसी ने परीक्षार्थी को हाथ लगाकर चेकिंग नहीं की। सिर्फ पूछकर ही अंदर जाने दिया।

पेपर पर लिख लिए उत्तर

पेपर शुरू होने के बाद स्क्वायड ने कक्षों में जाकर चेकिंग की। कई परीक्षार्थी मास्क नहीं पहने थे। इस पर सभी को मास्क लगाकर परीक्षा देने की सख्त हिदायत दी गई। कुछ परीक्षार्थी पास बैठे थे जिनके बीच में दूरी बनायी गई। इसके अलावा कक्ष संख्या 30 में एक परीक्षार्थी के पेपर में उत्तर लिखे थे। उसने पेंसिल से उत्तर लिखे थे जिससे नकल का शक हुआ। पूछताछ की गई तो उसने याद करने का बहाना बनाया। उसे बाहर भेजकर चेकिंग की बात चीफ प्रॉक्टर ने कही लेकिन कोरोना की वजह से उसकी चेकिंग मात्र खानापूर्ति हुई और वह फिर से अंदर बैठ गया।

नकल रोकने के लिए बदला सिटिंग प्लान

परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए इस बार कॉलेज प्रशासन ने सिटिंग प्लान में बदलाव कर दिया। सबसे पहले तो छात्रों और छात्राओं के अलग-अलग कक्ष निर्धारित कर दिए। बरेली कॉलेज के अधिकांश छात्रों की परीक्षाएं नीचे के कमरों में कराई गईं। यही नहीं, बरेली कॉलेज के एक छात्र के बाद दूसरे कॉलेज के छात्र को बैठाया गया क्योंकि स्वकेंद्र होने से बरेली कॉलेज के छात्र नकल करते हैं और पूर्व की परीक्षाओं में हंगामा भी हो चुका है। कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरों से भी परीक्षा की लगातार निगरानी की गई।

फ्रेक्चर की वजह से नीचे के कक्ष में दिलवाई परीक्षा

परीक्षा के दौरान एक परीक्षार्थी अपने परिजन के साथ पहुंचा। चेकिंग में मौजूद लोगों ने जब उसकी हालत देखी तो पाया कि उसे चलने में काफी दिक्कत हो रही है। उसका परीक्षा कक्ष ऊपरी मंजिल पर था लेकिन उसे दिक्कत न हो, इसके लिए उसकी परीक्षा नीचे के कक्ष में दिलाने का इंतजाम किया गया। यहीं पर उसे पेपर और कापी दिलाई गई। कुछ परीक्षार्थी पर्स लेकर पहुंच गए जिन्हें रोक दिया गया।

रैगिंग के आरोपी छात्र ने दी परीक्षा

एलएलबी के छात्र से रैगिंग का आरोपी छात्र राशिद मेवाती भी परीक्षा देने पहुंचा। वह पूर्वी गेट से चुपचाप परीक्षा कक्ष में पहुंच गया। जब स्क्वायड चेक करने पहुंचा तो उनकी नजर पड़ गई। मीडिया के लोग भी पहुंचे तो उसने अपना चेहरा नीचे झुका लिया। उसे डर था कि कहीं पुलिस उसे गिरफ्तार न कर ले। परीक्षा के दौरान उसे कोई दिक्कत न हो, इसके लिए उसने कॉलेज प्रशासन को फोन करवाकर सिफारिश भी लगवाई। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने पहले ही उसे परीक्षा देने की अनुमति दे रखी थी। अन्य किसी वजह से कॉलेज में आने पर उसका प्रवेश प्रतिबंधित है। कुछ छात्र नेता भी एलएलबी की परीक्षा देने पहुंचे लेकिन उन्होंने मास्क नहीं लगा रखा था। इस पर चीफ प्रॉक्टर ने नाराजगी जाहिर की और फिर सभी को मास्क उपलब्ध कराकर अंदर भेजा।

संबंधित समाचार