विकास कार्यों की समीक्षा, माघ मेले में समयबद्ध तैयारियों के निर्देश... 'जी राम जी' विधेयक को लेकर जानें क्या बोले केशव मौर्य
लखनऊ/प्रयागराज, अमृत विचार: उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को प्रयागराज में सांस्कृतिक, विकासात्मक और प्रशासनिक गतिविधियों से जुड़ा व्यापक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ‘विजय दिवस’ समारोह में सहभागिता की, विकास परियोजनाओं की समीक्षा की और आगामी माघ मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा आयोजित सामूहिक वंदे मातरम् गान समारोह ‘विजय दिवस’ में शामिल होकर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम् राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक चेतना और देशभक्ति का प्रतीक है। ऐसे आयोजन युवा पीढ़ी में राष्ट्र सेवा और समर्पण की भावना को मजबूत करते हैं। कार्यक्रम में महापौर, जनप्रतिनिधि, भाजपा पदाधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इसके बाद सर्किट हाउस पहुंचकर उपमुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों, पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से संवाद किया। विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और मौके पर जाकर कई योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण भी किया। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘उत्तम प्रदेश’ के संकल्प को धरातल पर उतारना सरकार की प्राथमिकता है और जनकल्याणकारी योजनाएं हर व्यक्ति तक पहुंचाई जा रही हैं।
उपमुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत मजदूरी दर बढ़ाकर 125 रुपये प्रतिदिन किए जाने और योजना का नाम ‘जी राम जी’ किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय ग्रामीण गरीबों, श्रमिकों और वंचित वर्गों के लिए ऐतिहासिक है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और उत्तर प्रदेश के करीब 1.74 करोड़ मनरेगा मजदूरों सहित देशभर के 15.5 करोड़ श्रमिकों को सीधा लाभ मिलेगा।
संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का अनावरण
प्रयागराज जंक्शन पर उपमुख्यमंत्री ने तमिलनाडु के पूज्य संत तिरुवल्लुवर की नवीन प्रतिमा का अनावरण किया और तमिल संगमम के यात्रियों का स्वागत करते हुए उत्तर प्रदेश–तमिलनाडु के सांस्कृतिक संबंधों को सराहा। दौरे के अंतिम चरण में सर्किट हाउस में माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा की गई। उपमुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के स्नान के लिए पक्के घाट, ठहरने के टेंट, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माघ मेला की व्यवस्थाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
