कानपुर : न्यूरो सर्जिकल यूनिट में ब्रेन स्ट्रोक मरीजों की बचेगी जान, हैलट अस्पताल में बनेगी यूनिट

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

न्यूरो साइंस व मेडिसिन विभाग के डॉक्टर साथ में मिलकर करेंगे काम

कानपुर, अमृत विचार। सर्दी बढ़ने और बर्फीली हवाओं का असर लोगों के दिल के साथ ही दिमाग पर भी हो रहा है। सर्द हवा से खून नसों में जमने और सिर ठंडा होने पर ऑक्सीजन युक्त रक्त का संचार रूकने की वजह से लोगों को ब्रेन स्ट्रोक की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जो लोग समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते, उनकी मौत तक हो जाती है।

ऐसे में लोगों की जान को बचाने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में न्यूरो सर्जिकल यूनिट की स्थापना की जाएगी, जहां पर ब्रेन स्ट्रोक व हेमरेज ग्रस्त मरीजों का इलाज न्यूरो के साथ मेडिसिन विभाग के डॉक्टर भी करेंगे। हैलट अस्पताल की इमरजेंसी में प्रतिदिन औसतन 12 मरीज ब्रेन स्ट्रोक की समस्या से ग्रस्त होकर पहुंच रहे हैं।

कुछ लोगों की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत तक भी हो जाती है। इसलिए ब्रेन स्ट्रोक व हेमरेज ग्रस्त मरीजों का गोल्डन ऑवर में अस्पताल पहुंचना काफी जरूरी है, ताकि उनकी जान बचाई सके। मरीजों की जान बचाने के लिए हैलट में न्यूरो सर्जिकल यूनिट की स्थापना की जाएगी, जिसके संबंध में न्यूरो साइंस विभाग ने अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है।

न्यूरो साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.मनीष सिंह ने बताया कि स्ट्रोक के मरीजों का क्लॉट निकालने के बाद वेंटिलेटर पर न भेजकर उन्हें सामान्य स्थिति में कैसे करना है, दवाइयां कौन सी देनी हैं समेत आदि बिंदुओं पर कार्य होगा। ताकि मरीजों की जान बचाई जा सकेगी। ठंड बढ़ने की वजह से स्ट्रोक के ज्यादा मरीज आ रहे हैं।

ऐसे में उनकी समस्या को देखते हुए पहली बार ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों के लिए सर्जिकल यूनिट शुरू किया जाएगा। यहां पर उन्हें जल्द आराम मिलेगा और मरीज हमेशा की तरह खुशनुमा जिंदगी जी सकेंगे। बताया कि इस यूनिट में न्यूरो के साथ ही मेडिसिन विभाग के डॉक्टर भी साथ में कार्य करेंगे। इससे मरीजों को जल्द आराम मिलेगा। वह  बीमारी से जल्द बाहर निकलने में सक्षम होंगे।

संबंधित समाचार