यूपी के किसानो को राहत: खरीफ में बारिश से बर्बाद फसलों का बढ़ा क्लेम, 2.50 लाख किसानों को 200 करोड़ क्षतिपूर्ति
लखनऊ, अमृत विचार : प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वर्ष 2025 में बारिश से बर्बाद खरीफ फसलों का भुगतान कर दिया गया है। करीब ढाई लाख किसानों को 200 करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति मिली है। यह अब तक का सर्वाधिक क्लेम है। इससे किसानों को बड़ी राहत मिली है। प्रदेश में इस बार खरीफ सीजन में ऋणी और गैरऋणी करीब 20 लाख किसानों ने धान, बाजरा, मक्का, उड़द, अरहर, दलहन-तिलहन का बीमा कराया था। इनमें ज्यादातर जिलों में अगस्त और सितंबर के बीच बराबर हुई बारिश के कारण फसलें बर्बाद हुई थी। यह सबसे बड़ी क्षति थी।
पॉलिसी के आधार पर किसानों ने फसल बर्बाद होने पर व्यक्तिगत दावा किया। इस आधार पर कृषि, राजस्व और बीमा कंपनी ने फसलों का सर्वे करके नुकसान का आकलन किया था। इसमें ढाई लाख किसानों के व्यक्तिगत दावे और मध्यवधि की फसलें बर्बाद होने पर करीब 200 करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति दो चरणों में भुगतान की गई है। अब फसलों की कटाई के दौरान होने वाली क्रॉप कटिंग प्रक्रिया के आधार पर क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाएगा। क्रॉप कटिंग की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
बुंदेलखंड में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अक्सर सबसे अधिक क्षतिपूर्ति होने पर भुगतान किया जाता था। इस बार पॉलिसी में फर्जीवाड़ा की शिकायत महोबा, झांसी व हमीरपुर में जांच कराई गई, जिसमें हजारों किसान अपात्र मिले। इनमें शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी की गई।
अपात्र किसानों का क्लेम रोक दिया। हमीरपुर में सबसे कम 1.50 करोड़, महोबा में 4.50 करोड़, झांसी में 37 करोड़ पात्र किसानों को भुगतान किया गया है। सत्यापन कराकर पात्र किसानों को सबसे अधिक भुगतान ललितपुर में 48 करोड़, जालौन में 42 कराेड़ और मिर्जापुर में 18 करोड़ व मथुरा में 17 करोड़ क्षतिपूर्ति दी गई है।
