उत्तराखंड में जल विद्युत परियोजना में बड़ा हादसा: आपस में टकराई लोको ट्रेन, 60 घायल
चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में पीपलकोटी स्थित निर्माणाधीन टीएचडीसी जल विद्युत परियोजना की टीवीएम साइट पर मंगलवार शिफ्ट बदलते समय एक बढ़ा हादसा हुआ। आरंभिक जानकारी के अनुसार, टनल के भीतर मजदूरों को लाने-ले जाने वाली दो लोको ट्रेनों की आपस में टक्कर हो गई, जिससे काफ़ी संख्या में मजदूर घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी गौरव कुमार एवं पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचे और वहां भर्ती घायलों का हालचाल जाना तथा चिकित्सकों को बेहतर उपचार के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बुधवार को कहा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 100 लोगों में से लगभग 60 घायल होने की सूचना है। जिसमें 42 घायल मजदूरों का उपचार जिला अस्पताल गोपेश्वर में तथा 17 घायल मजदूरों का उपचार विवेकानंद अस्पताल पीपलकोटी में किया जा रहा है अन्य की स्थिति सामान्य है। सभी घायलों की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि घटना के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।
जिला अधिकारी ने कहा हादसे में गंभीर रूप से घायल आठ लोगों का इलाज जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में किया जा रहा है। सभी की स्थिति खतरे से बाहर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे में घायल परियोजना में काम कर रहे अधिकांश श्रमिक और अलग अलग पदों पर कार्यरत आपरेटर जम्मू-कश्मीर, उडीसा, पंजाब और हिमाचल के हैं।
दिल्ली/चमोली। भारतीय रेलवे ने स्पष्ट किया है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में संचालित 'विष्णुगढ़ पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना' सुरंग निर्माण में हुए ट्रेन हादसे से उसका कोई संबंध नहीं है। रेलवे ने बुधवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति में जानकारी देते हुए कहा है कि यह घटना स्थानीय स्तर पर माल परिवहन प्रबंधन में प्रयोग की जा रही ट्रॉली से सम्बंधित है। इसका भारतीय रेलवे से कोई सम्बन्ध नहीं है।
दुर्घटनाग्रस्त लोकोमोटिव भारतीय रेलवे के नेटवर्क का हिस्सा नहीं हैं। यह सुरंग के भीतर परिवहन के लिए की गई एक स्थानीय ट्रॉली व्यवस्था थी, जिसका रेलवे की मुख्य परिचालन प्रणाली से कोई लेना-देना नहीं है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में पीपलकोटी स्थित निर्माणाधीन टीएचडीसी जल विद्युत परियोजना की टीवीएम साइट पर मंगलवार रात लगभग साढ़े नौ बजे शिफ्ट परिवर्तन के समय एक हादसा हुआ।
आरंभिक जानकारी के अनुसार सुरंग के भीतर मजदूरों को लाने-ले जाने वाली दो ट्रॉलियों की आपस में टक्कर हो गई। जिलाधिकारी गौरव कुमार ने बताया कि इन ट्रॉलियों में 100 से अधिक श्रमिक सवार थे। इनमें लगभग 60 घायल होने की सूचना है। जिसमें 42 घायल मजदूरों का उपचार जिला अस्पताल गोपेश्वर में तथा 17 घायल मजदूरों का उपचार विवेकानंद अस्पताल पीपलकोटी में किया जा रहा है। अन्य की स्थिति सामान्य है।
सभी घायलों की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। श्री कुमार ने बताया कि हादसे में नौ श्रमिक गंभीर रूप से घायल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसे में घायल हुए अधिकांश श्रमिक जम्मू कश्मीर, ओडिशा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश से हैं। टिहरी हाइड्रो डेवलपवमेंट कॉरपोरेशन (टीएचडीसी ) के कार्यकारी निदेशक कुमार शरद ने बताया कि यह टक्कर रात करीब 9:30 बजे शिफ्ट बदलने के समय हुई।
उन्होंने राहत जताते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है और कंपनी अपने प्रभावित कर्मचारियों के साथ खड़ी है। अलकनंदा नदी पर बन रही यह जलविद्युत परियोजना अगले वर्ष तक पूर्ण होने की संभावना है। इसके तहत हेलंग गांव के पास 65 मीटर ऊंचे बांध का निर्माण किया जा रहा है, जिससे प्रतिवर्ष 1,665 गीगावाट-घंटे बिजली उत्पादन का लक्ष्य है।
