मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत खत्म, नरेश टिकैत बोले- जारी रहेगा आंदोलन
मुजफ्फरनगर। केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन के समर्थन में हजारों किसानों ने शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत में हिस्सा लिया। गाजीपुर में भाकियू के नेता राकेश टिकैत के रोने और वहां दो महीने से प्रदर्शन कर …
मुजफ्फरनगर। केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन के समर्थन में हजारों किसानों ने शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत में हिस्सा लिया। गाजीपुर में भाकियू के नेता राकेश टिकैत के रोने और वहां दो महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों को स्थानीय प्रशासन द्वारा जबरन हटाने की आशंकाओं के एक दिन बाद पश्चिम उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारी संख्या में लोग एकजुट हुए।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा है कि किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और जिसे ग़ाज़ीपुर बॉर्डर जाना है, वह कल जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों का आन्दोलन की मांगें पूरी होने तक जारी रहेग। दिल्ली की घटना से किसान के सम्मान को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर सभी लोगों ने आपसी मतभेद भुलाकर एकजुटता का परिचय दिया है। जयन्त चौधरी के साथ हुए हाथरस व 2002 की विशाल जनसभा आदि इसके उदाहरण है।
किसान नेता ने कहा कि हमें भाजपा विधायक नंदकिशोर के व्यवहार का बुरा नहीं मानना चाहिए। आज उन्हीं की वजह इस आंदोलन को संजीवनी मिली है। भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत के आह्वान पर आयोजित इस किसान महापंचायत में पूरा विपक्ष एकजुट होकर शामिल हुआ। विपक्ष के सभी बड़े नेता अपने समर्थकों के साथ महापंचायत में पहुंचे।
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जयन्त चौधरी ने किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह संकट की घड़ी है और इस घड़ी में हम सबको एकजुटता का परिचय देना होगा। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद आप सभी बुजुर्ग अच्छी तरह से जानते हैं कि चौ. चरण सिंह गरीब व किसानों के नेता थे तथा वो हमेशा गरीब किसान के हितों की बात करते थे। उन्होंने कहा कि यदि किसान मायूस होगा तो देश तबाह हो जायेगा।
रालोद नेता जयन्त चौधरी ने कहा कि आप सबको मालूम है कि जब वे हाथरस प्रकरण पर पीड़ित पक्ष से मिलने व उसे न्याय दिलाने की मंशा से वहां पहुंचे तो उन पर लाठियां फटकारी गयीं। यह हम सबके अस्तित्व की लड़ाई है। यह लड़ाई अभी लम्बी लड़ी जानी है।
पूछताछ के लिए बुलाए गए नौ किसान नेता नहीं पहुंचे
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राकेश टिकैत समेत नौ किसान नेताओं को पूछताछ में शामिल होने के लिए बुलाया लेकिन कोई भी जांच में शामिल नहीं हुआ है। पुलिस के एक अधिकरी ने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी के अलग-अलग इलाकों में हुई हिंसा के मामले की जांच में पूछताछ में शामिल होने के लिए राकेश टिकैत, पवन कुमार, राज किशोर सिंह, तजेंद्र सिंह विर्क, जितेंद्र सिंह जीतू, त्रिलोचन सिंह, गुरमुख सिंह, हरप्रीत सिंह और जगतार सिंह बाजवा को बुलाया गया लेकिन कोई भी जांच में शामिल नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि किसान ट्रैक्टर रैली को शांतिपूर्ण तरीके से कराने की जिम्मेदारी लेने वाले 37 किसान नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में मामले दर्ज किए हैं जिनमें आपराधिक षड्यंत्र, डकैती, डकैती के दौरान घातक हथियार का प्रयोग और हत्या का प्रयास जैसी गंभीर धाराओं समेत कुल 13 धाराएं लगाई गई हैं।
दहिया खाप, आंतिल चौबीसी किसान आंदोलन को जारी रखेंगी
सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत जिला की दो प्रमुख दहिया और आंतिल चौबीसी खाप ने शुक्रवार को आयोजित महापंचायत में किसानों के आंदोलन को सही ठहराते हुए अपना समर्थन जारी रखने का एलान कर दिया है। आज सिसाना में दहिया खाप के चबूतरे पर आयोजित में किसान आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया गया। किसानों ने कहा कि अफवाह फैलाई जा रही है कि धरना खत्म हो गया है, लेकिन किसान अभी अपनी मांग को लेकर डटे हैं। किसान अब बढ़-चढ़ कर आंदोलन में हिस्सा लेंगे। पूर्व सरपंच कृष्ण दहिया की अध्यक्षता में हुई इस पंचायत में किसानों ने फैसला लिया है कि दहिया खाप के गांवों से भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर सबसे पहले पिपली टोल पर एकत्रित होंगे।
हरियाणा के 14 और जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने किसानों के आंदोलन के मद्देनजर किसी गड़बडी को रोकने के उद्देश्य से राज्य के 14 और जिलों में 30 जनवरी की शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रखने के शुक्रवार को आदेश जारी किए। गृह विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि वॉयस कॉल को छोड़कर शनिवार शाम पांच बजे तक अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाडी और सिरसा जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित रहेंगी। सरकार ने मंगलवार को सोनीपत, झज्जर और पलवल जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने का आदेश दिया था। आदेश के अनुसार इन तीन जिलों में भी शनिवार शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी।
