बरेली: 20 से 40 हजार तक में आशा बताएगी, बेटा होगा या बेटी

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शिवांग पांडेय, बरेली। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से लिंग परीक्षण का धंधा चल रहा है। शिकायतकर्ता की ओर से स्वास्थ्य विभाग में शिकायत करने पर मामले का खुलासा हुआ। जांच के बाद सीएमओ ने दो दिन में आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। शिकायतकर्ता के अनुसार, फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में एक आशा …

शिवांग पांडेय, बरेली। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से लिंग परीक्षण का धंधा चल रहा है। शिकायतकर्ता की ओर से स्वास्थ्य विभाग में शिकायत करने पर मामले का खुलासा हुआ। जांच के बाद सीएमओ ने दो दिन में आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

शिकायतकर्ता के अनुसार, फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में एक आशा कार्यकर्ता अपने बेटे के साथ मिलकर गर्भ में पल रहे शिशु का लिंग परीक्षण कराती है। इसके लिए 20 से 40 हजार रुपये की मांग की जाती है। इस कार्य में आशा कार्यकर्ता के साथ स्थानीय एजेंट भी सक्रिय है। इस दौरान आशा व शिकायतकर्ता के बीच बातचीत का पूरा वीडियो भी वायरल हो रहा है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस संबंध में बताया कि फतेहगंज पश्चिमी में अवैध रूप से लिंग परीक्षण की जांच का मामला सामने आया है। मामले में डा. आरएन सिंह को जांच अधिकारी बनाया गया है। मामले में दो दिन के अंदर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। वायरल वीडियो में आशा ग्राहकों से पैसे की बात करती नजर आ रही है। वीडियो में वह साफ कहती सुनाई दे रही है कि यह काम सिर्फ भरोसे का है।

जिस पर परिजन बने शिकायतकर्ता ने बताया कि पिछली बार कहीं और से कराने पर उनका काम खराब हो गया था। इस पर आशा ने बताया कि उसके पास पंजाब, मुंबई, सितारगंज आदि जगहों से परिजन लिंग की जांच कराने आते हैं और सब का परिणाम सही होता है। वीडियों मे बताया कि लिंग परीक्षण करने वाले स्थान पर कोई परिजन नहीं जाएगा। अल्ट्रासाउंड सेंटर आशा के साथ गर्भवती जाएगी। जिसके थोड़ी देर उनको परिणाम बता दिया जाएगा।

खुशी जैसे कोडवर्ड से बताया जाता परिणाम
वीडियो में आशा बता रही है कि मरीज की जांच के बाद उन्हें परिणाम कोडवर्ड के माध्यम से बताया जाएगा। कोडवर्ड में खुशी का मतलब बेटा होना है व खुशी न होने का मतलब बेटी होना है।

ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक ठिकाना
जिले में 190 के करीब अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत हैं। जिसमें से करीब 20 केंद्रों को लिंग परीक्षण केंद्र का लाइसेंस जारी हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अवैध रूप से लिंग परीक्षण ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक होता है, जिस कारण ये लोग ग्रामीण क्षेत्रों को ही अपना ठिकाना बनाते हैं।

फतेहगंज पश्चिमी में अवैध रूप से लिंग परीक्षण करने की बात को लेकर शिकायत की गई। जांच अधिकारी की आख्या के बाद दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। -डा. एसके गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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