बरेली: डीजल 25 रुपए महंगा, 20 फीसदी माल भाड़ा बढ़ाएंगे ट्रांसपोर्टर
बरेली, अमृत विचार। डीजल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी का असर ट्रांसपोर्ट पर भी पड़ेगा। माल भाड़े पर बीस फीसदी किराया बढ़ाने पर विचार चल रहा है। अगले एक सप्ताह में डीजल के दाम कम नहीं हुए तो दिल्ली और मुम्बई जाने वाले माल पर नया किराया लागू कर दिया जाएगा। ट्रांसपोर्टरों की मानें तो …
बरेली, अमृत विचार। डीजल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी का असर ट्रांसपोर्ट पर भी पड़ेगा। माल भाड़े पर बीस फीसदी किराया बढ़ाने पर विचार चल रहा है। अगले एक सप्ताह में डीजल के दाम कम नहीं हुए तो दिल्ली और मुम्बई जाने वाले माल पर नया किराया लागू कर दिया जाएगा। ट्रांसपोर्टरों की मानें तो कोरोना संक्रमण और लाकडाउन के चलते दम तोड़ चुके ट्रांसपोर्ट कारोबार को सरकार से मदद की दरकार है। लाकडाउन में ढील के बाद भी राहत नहीं मिली है। इसलिए सरकार से डीजल के साथ ही टोल में छूट दिए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है।
जिले की बात करें तो अलग-अलग ट्रांसपोर्ट यूनियनों से मिलाकर चार सौ से अधिक छोटे-बड़े ट्रांसपोर्टर जुड़े हैं। ट्रांसपोर्टरों के मुताबिक अभी सामान्य दिनों की तुलना में 30 फीसदी ही काम मिल पा रहा है। एक साल के भीतर ट्रांसपोर्टरों का परिवहन खर्च 35 फीसदी तक बढ़ चुका है। मार्च 2020 से जुलाई 2021 के बीच डीजल के दाम प्रति लीटर 25 रुपये तक बढ़े हैं। टोल टैक्स समेत अन्य खर्च भी बढ़ गए हैं।
बावजूद लगातार मांग के बाद भी सरकार किस्तों और टैक्स में कोई छूट नहीं दे रही। उनके मुताबिक मई-जून-जुलाई में माल ढुलाई में भारी कमी हुई है। 40 फीसदी गाड़ियां अब भी खड़ी हैं, जबकि मार्ग व्यय लगातार बढ़ रहा है। ऊपर से ट्रांसपोर्टर के सामने ट्रक की किस्त चुकाने का संकट है। ट्रकों का बीमा कराना भी मुश्किल हो रहा है। ट्रांसपोर्ट यूनियन का दावा है कि पेट्रोल और डीजल के लगातार रेट बढ़ने से अगले महीने तक माल भाड़ा बढ़ना तय है।
भाड़े के गणित को समझे
ट्रांसपोर्टर्स के मुताबिक 15 टन माल की अनुमति वाले ट्रक की फुल लोडिंग के बाद लागत दिल्ली से बरेली रूट पर छह हजार आती है। डीजल के दाम में बढ़ोत्तरी के बाद मालभाड़ा सात हजार के करीब होगा। एक लोड ट्रक के भाड़े में 250 किमी पर सात सौ रुपये बढ़ जाएंगे।
क्या कहना है ट्रांसपोर्टर का
डीजल रोजाना महंगा हो रहा है। इसलिए निसंदेह आने वाले दिनों में आम आदमी पर ही इसका असर पड़ेगा। भाड़ा लोकल डिमांड के हिसाब से भी बढ़ता है लेकिन डीजल रेट के हिसाब से लंबे समय बाद भाड़ा बढ़ने वाला है। अभी मंदी की वजह से ट्रांसपोर्टस ने भाड़े में इजाफा नहीं किया है। अमजद सलीम, संरक्षक, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन
डीजल के रेट बढ़ने का असर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर भी पड़ा है। एक से दो रुपये प्रति किलोमीटर का घाटा आ रहा है। जल्द ही हमारी बैठक होने वाली है। मंदी की वजह से चुप बैठे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में भाड़ा बढ़ाना हमारी मजबूरी होगी। क्योंकि डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। हरीश बिग, अध्यक्ष, किला ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन
डीजल के दाम में एक साल में रिकार्ड तोड़ बढ़ोतरी हुई है। फिर भी ट्रांसपोर्टर्स की तरफ से बाजार में मंदी की वजह से माल भाड़ा नहीं बढ़ाया गया है। अगर भाड़ा बढ़ाया तो ट्रक खड़ा करने की नौबत आ जाएगी। कई छोटे ट्रांसपोर्टर्स किस्तें अदा नहीं कर पाए। फाइनेंस कंपनियों ने उनकी गाड़ियां खींच ली हैं। सरकार को भी सोचना होगा। दीपक द्विवेदी, ट्रांसपोर्ट
