संसार

बांदा : संसार दुखों का सागर, श्रीमद् भगवत कथा मुक्ति दिलाने में समर्थ

बांदा, अमृत विचार। संसार दुखों का सागर है, लेकिन व्यक्ति परीक्षित की भांति श्रीमद् भागवत कथा को सुनकर अपने दुखों से मुक्ति पा सकता है। यही कारण है कि हर सनातनी इस नश्वर शरीर को त्यागने से पहले कम से कम एक बार इस कथा का रसपान अवश्य करना चाहता है। गायत्री शक्तिपीठ शास्त्री नगर …
उत्तर प्रदेश  बांदा 

मैं नास्तिक क्यों हूं?- शहीद भगत सिंह 

यह लेख भगत सिंह ने जेल में रहते हुए लिखा था और यह 27 सितम्बर 1931 को लाहौर के अखबार “ द पीपल “ में प्रकाशित हुआ । इस लेख में भगतसिंह ने ईश्वर कि उपस्थिति पर अनेक तर्कपूर्ण सवाल खड़े किये हैं और इस संसार के निर्माण , मनुष्य के जन्म , मनुष्य के …
इतिहास  Special 

नकारात्मक विचारों को सकारात्मक विचार में बदल कर ‘अवसाद’ को दें मात

संसार का हर व्यक्ति कभी ना कभी मानसिक रूप से बीमार महसूस करता है। लगभग हर छठे व्यक्ति को गंभीर प्रकार का डिप्रेशन जीवन में कभी ना कभी होता है। हर 20 में से एक डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति आत्महत्या का प्रयास करता है और इनमे से अधिकांश ने अपने किसी करीबी से या डॉक्टर …
स्वास्थ्य 

…ईश्वर की हमारी तलाश पूरी होनी है तो इसी जीवन, इसी संसार में पूरी होगी

हमें हजारों सालों से एक ईश्वर की तलाश है। एक ऐसा ईश्वर जिसे किसी ने नहीं देखा, लेकिन माना जाता है कि यह ब्रह्मांड उसी की रचना है और हम सबके जीवन, मृत्यु और भाग्य पर उसी का नियंत्रण है। धर्म और अध्यात्म दोनों की दृष्टि में संसार का अतिक्रमण ही ईश्वर को पाने का …
धर्म संस्कृति