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Indian Independence Movement
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23 मार्च का इतिहास: आज ही के दिन भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दी गई थी फांसी
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By Deepak Mishra
नई दिल्ली। देश और दुनिया के इतिहास में वैसे तो कई महत्वपूर्ण घटनाएं 23 मार्च की तारीख पर दर्ज हैं....लेकिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज इस दिन की...
23 मार्च : भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दी गई थी फांसी, जानिए आज का इतिहास
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By Himanshu Bhakuni
नई दिल्ली। देश और दुनिया के इतिहास में वैसे तो कई महत्वपूर्ण घटनाएं 23 मार्च की तारीख पर दर्ज हैं....लेकिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज इस दिन की...
मुरादाबाद : शाह गुलाम बोलन को हुई थी काला पानी की सजा, क्रांतिकारियों के लिए खाने और रहने की करते थे व्यवस्था
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By Amrit Vichar
मुरादाबाद,अमृत विचार। देश की आजादी के लिए शहर के शाह गुलाम बोलन ने भी अहम भूमिका निभाई थी। दरगाह हजरत शाह बुलाकी साहब के परपोते शाह गुलाम बोलन को अंग्रेजों ने क्रांतिकारियों को खाना खिलाते हुए गिरफ्तार किया था और उन्हें काला पानी की सजा सुनाई थी। शहर के चक्कर की मिलक स्थित दरगाह हजरत …
1920 में हुए अधिवेशन के बाद चर्चा में आया था मुरादाबाद, पढ़ें पूरी खबर
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By Amrit Vichar
मुरादाबाद, अमृत विचार। देश की लड़ाई में मुरादाबाद का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। खिलाफत और असहयोग आंदोलन की शुरुआत मुरादाबाद में ही सितंबर 1920 को हुई थी। यहां प्रांतीय कमेटी का डा. भगवान दास की अध्यक्षता में एक बड़ा अधिवेशन हुआ था। इस अधिवेशन में शहर के मुसलमान और हिंदुओं ने बढ़-चढ़कर …
मुरादाबाद : दरोगा की नौकरी छोड़ आंदोलन में शामिल हुए थे अहसान अली, अंग्रेजों के खिलाफ बजाया था बगावत का बिगुल
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By Amrit Vichar
सलमान खान, अमृत विचार। आजादी की जंग में शहर के अहसान अली ने भी बड़ा योगदान दिया है। दरगाह शाह मुकम्मल साहब की दरगाह के सज्जादानशीन रहे सैय्यद अहसान अली ने पहले देशवासियों की मदद के लिए ब्रिटिश सरकार में दरोगा की नौकरी की। लेकिन, देशवासियों पर अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ उन्होंने नौकरी छोड़ …
मुरादाबाद : बचपन से ही अमर सिंह के मन में सुलग रही थी आजादी की चिंगारी, यहां पढ़ें पूरी कहानी
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By Amrit Vichar
अमृत विचार,सलमान खान। आजादी की जंग में मुरादाबाद के लोगों ने दिलेरी के साथ संग्राम में हिस्सा लिया। कई लोगों ने हंसते-हंसते अपने प्राण गंवा दिए। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में कूदने वालों की गाथाएं याद की जाती हैं। जनपद के स्वतंत्रता सेनानियों में एक नाम अमर सिंह का भी आता है। अमर ने देश …
शहादत का गवाह है पीतलनगरी का शहीद स्मारक, आजादी की लड़ाई में एक किशोर समेत 11 क्रांतिकारी हुए थे शहीद
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By Amrit Vichar
सलमान खान, अमृत विचार। शहर के मुगलपुरा थाना क्षेत्र स्थित पान दरीबा में बना शहीद स्मारक देश के लिए शहीद हुए क्रांतिकारियों की शहादत का गवाह है। मुरादाबाद के आजादी के दीवानों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। जलियावाला बाग कांड की तरह 80 साल पहले 10 अगस्त 1942 को अंग्रेजों की फौज …
मुरादाबाद में पड़ी थी खिलाफत और असहयोग आंदोलन की नींव
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By Amrit Vichar
आशुतोष मिश्र, अमृत विचार। स्वतंत्रता संग्राम में मुरादाबाद की माटी का अलग बखान है। यहीं खिलाफत और असहयोग आंदोलन की नींव पड़ी। 1920 में मोहनदास कर्मचंद गांधी सहित आजादी की लड़ाई के अहम लोग जुटे थे। देश के आजाद होने तक महात्मा गांधी के यहां तीन बार यहां आने के प्रमाण हैं। स्वतंत्रता संग्राम के …
देश के महान क्रांतिकारियों में से एक थे बिपिन चंद्र पाल, जानें उनके जीवन से जुड़ी कुछ बातें
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By Amrit Vichar
भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाली लाल-बाल-पाल की तिकड़ी को तो हम सभी जानते ही हैं। इस तिकड़ी ने अंग्रेजों को नाकों चने चबवा दिए थे। ये तीन पूरे नाम थे लाला लाजपत राय ‘लाल’, बाल गंगाधर तिलक ‘बाल’ और बिपिन चंद्र पाल ‘पाल’। भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के इतिहास में इन क्रांतिकारियों के …
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