69 साल के हुए शक्ति कपूर, जानिए 7 साल के संघर्ष के बाद फिल्म इंडस्ट्री को कैसे मिली पहचान
मुंबई। बॉलीवुड के जानेमाने चरित्र अभिनेता शक्ति कपूर आज 69 वर्ष के हो गये। शक्ति कपूर का जन्म 03 सितंबर 1958 को हुआ था। शक्ति कपूर ने स्नातक की पढ़ाई दिल्ली के मशहूर किरोरीमल कॉलेज से पूरी की। शक्ति कपूर ने अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1973 में प्रदर्शित अर्जुन हिरोंगनी की फिल्म कहानी किस्मत …
मुंबई। बॉलीवुड के जानेमाने चरित्र अभिनेता शक्ति कपूर आज 69 वर्ष के हो गये। शक्ति कपूर का जन्म 03 सितंबर 1958 को हुआ था। शक्ति कपूर ने स्नातक की पढ़ाई दिल्ली के मशहूर किरोरीमल कॉलेज से पूरी की।

शक्ति कपूर ने अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1973 में प्रदर्शित अर्जुन हिरोंगनी की फिल्म कहानी किस्मत की से की। धर्मेन्द्र और रेखा की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म शक्ति को एक छोटी सी भूमिका निभाने का अवसर मिला, लेकिन दर्शको का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में वह असफल रहे।

अपने वजूद को तलाशते शक्ति कपूर फिल्म इंडस्ट्री में लगभग सात वर्ष तक संघर्ष करते रहे। इस दौरान उनकी दो जासूस, संग्राम, खेल किस्मत का, दरवाजा, दिल से मिले दिल जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी, लेकिन इन फिल्मों से उन्हें कुछ खास फायदा नही पहुंचा।

वर्ष 1979 में शक्ति कपूर की जानी दुश्मन और सरगम जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी।इन फिल्मों के जरिये वह कुछ हद तक अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुये।

नाम बदलने के पीछे की कहानी
शक्ति कपूर के नाम बदलने के पीछे की कहानी भी दिलचस्प है। दरअसल, हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता सुनील दत्त ने शक्ति कपूर को संजय दत्त स्टारर फिल्म रॉकी में विलेन का रोल ऑफर किया, तो उन्हें अपना नाम सुनील कपूर विलेन की तरह नही लगा।

ये ही वजह रही कि उन्होंने अपना नाम बदलकर शक्ति कपूर कर लिया, जो आने वाले कुछ सालों में दर्शकों की जुबान पर चढ़ गया।

शक्ति कपूर की किस्मत का सितारा वर्ष 1980 में प्रदर्शित फिल्म कुर्बानी से चमका। मारधाड़ और नाच गाने से भरपूर इस फिल्म में शक्ति कपूर ने मुख्य खलनायक की भूमिका निभाई।

बेहतरीन गीत-संगीत और अभिनय से सजी फिरोज खान निर्मित इस फिल्म की जबर्दस्त कामयाबी ने शक्ति कपूर को बतौर खलनायक फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित कर दिया।

वर्ष 1981 शक्ति कपूर के सिने करियर का अहम वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उन्हें सुनील दत्त के निर्देशन में बनी सुपरहिट फिल्म रॉकी में काम करने का अवसर मिला।

इस फिल्म में उनपर फिल्माया यह गीत आ देखे जरा किसमें कितना है दम श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ।इसी वर्ष उन्हें मनमोहन देसाई के बैनर तले बनी फिल्म सुपरहिट नसीब में भी काम करने का अवसर मिला।
