फिरोजाबाद: डेंगू व वायरल बुखार से बिगड़े हालात, न बेड मिल रहे न इलाज

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फिरोजाबाद। फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। सौ शैय्या अस्पताल में मरीजों की संख्या में फिर बढ़ोत्तरी हुई। इधर, अभिभावक अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगा रहे है कि उनके बच्चों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है। गंभीर रूप से बीमार होने के बावजूद बच्चों …

फिरोजाबाद। फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। सौ शैय्या अस्पताल में मरीजों की संख्या में फिर बढ़ोत्तरी हुई। इधर, अभिभावक अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगा रहे है कि उनके बच्चों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है। गंभीर रूप से बीमार होने के बावजूद बच्चों को भर्ती करने के बजाय दवा देकर लौटाया जा रहा है, कहीं रिपोर्ट तक देखने को डाक्टर तैयार नहीं हो रहे हैं।

राजकीय मेडिकल कॉलेज स्थित सौ शैय्या अस्पताल में अब 440 बालरोगी भर्ती हैं। 24 घंटे में कराई गई एलाइजा जांच में 91 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अस्पताल में बीते 24 घंटे में 162 नए मरीजों को भर्ती किया गया है। वहीं 131 मरीजों की सामान्य स्थिति होने पर छुट्टी दी गई। रविवार को भी मेडिकल कॉलेज में मरीजों की भीड़ रही। ओपीडी से लेकर ब्लड बैंक और पैथोलॉजी पर भी मरीजों और तीमारदारों को इंतजार करना पड़ा।

मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर पलंग की क्षमता बढ़ाई जा रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर भी नया वार्ड रविवार से शुरू हो गया। हालांकि अभी यहां 11 पलंग ही डाले गए हैं, लेकिन जल्द ही यहां 100 पलंग किए जाने का दावा किया गया है। साथ ही अन्य संसाधन भी बढ़ाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय से मांगी जा रही रिपोर्ट

मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रतिदिन मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के मोबाइल नंबर मांगे जा रहे हैं। किस क्षेत्र के ज्यादा मरीज हैं ? उनके बारे में रिपोर्ट तलब की जा रही है। मरीजों से फोन कर अस्पताल की व्यवस्था की जानकारी ली जा रही है। वहीं, रक्तदान करने वाली संस्थाओं द्वारा बनाए गए सोशल मीडिया ग्रुपों पर प्लेटलेट्स के लिए प्रति 10 मिनट में मांग आ रही है। अब बच्चों के साथ ही बड़ों की हालत गंभीर हो रही है। लोग भी प्लेटलेट्स के संकट के बीच मरीजों की जान बचाने के लिए रक्तदान करने पहुंच रहे हैं।

डाक्टर ने कहा, निजी अस्पताल चले जाओ

सौ शैय्या अस्पताल में खड़े तीमारदारों का आरोप था कि तेज बुखार के बाद भी चिकित्सक जांच नहीं करा रहे हैं। सिर्फ दवा पकड़ाकर घर जाने को कह रहे हैं। चिकित्सकों द्वारा बोला जाता है कि अस्पताल में जगह नहीं है। इससे अच्छा है कि निजी अस्पताल में चले जाओ।

इलाज से ज्यादा सुरक्षा पर ध्यान

मेडिकल कॉलेज प्रशासन इलाज से ज्यादा सुरक्षा पर ध्यान दे रहा है। सौ शैय्या अस्पताल से लेकर वार्डों में सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मी तैनात हैं। ये मरीज और तीमारदारों को गेट पर ही रोक देते हैं। आरोप है कि दोपहर के समय सौ शैय्या अस्पताल के मुख्य गेट पर रस्सी बांध दी गई। यदि मेडिकल कॉलेज प्रशासन सुरक्षा से ज्यादा इलाज पर ध्यान दें तो मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

सौ शैय्या अस्पताल और नई बिल्डिंग में 400 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। डेंगू के 95 मरीजों का इलाज चल रहा था। मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर नया वार्ड शुरू किया गया है…डॉ. संगीता अनेजा, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज।

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