बरेली: आजादी महोत्सव के क्या मायने जलकुंभी में जकड़े हैं भारत रत्न शास्त्री

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बरेली, अमृत विचार। देश की आजादी में जीवन समर्पित करने वाले भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा आज ‘जलकुंभी’ से आजादी मांग रही है। कीचड़ से घिरे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पार्क में शास्त्री जी की प्रतिमा जलकुंभी के बीच ऐसी घिरी है कि वहां तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता तक …

बरेली, अमृत विचार। देश की आजादी में जीवन समर्पित करने वाले भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा आज ‘जलकुंभी’ से आजादी मांग रही है। कीचड़ से घिरे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पार्क में शास्त्री जी की प्रतिमा जलकुंभी के बीच ऐसी घिरी है कि वहां तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता तक नहीं है। प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो चुकी है। कुछ दिनों से केंद्र से लेकर राज्य सरकार देश की आजादी के 75वीं सालगिरह को अमृत महोत्सव के रूप में मना रही है।

इस संबंध में सरकार ने प्रशासन से लेकर नगर निगम को निर्देश भी दिए हैं कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के पार्क और उनकी प्रतिमाओं की साफ-सफाई कराते रहें। मगर स्थानीय स्तर पर अधिकारियों ने दीनानाथ कॉलोनी के पास स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पार्क की ओर झांककर भी नहीं देखा। नगर निगम ने यह कहते हुए इस ओर नहीं देखा कि इस पार्क को समिति संचालित करती है। प्रशासन का कहना है कि नगर निगम को पार्क की तरफ ध्यान देना चाहिए।

जनप्रतिनिधि यह कहकर बचने की कोशिश कर रहे हैं कि पार्क को संवारने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा गया है। ओवरआल भारत रत्न शास्त्री जी और अन्य महापुरुषों को सम्मान दिलाने के लिए किसी स्तर पर कोई पैरवी नहीं की गयी। सबसे बड़ी विडंबना यह देखिए कि 2 अक्टूबर निकल गयी। कुछ लोगों ने घास हटाकर सफाई करते हुए छत के नीचे लगी महात्मा गांधी, उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी और प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा को साफ का माला चढ़ी दी लेकिन भारत रत्न शास्त्री जी को दो फूल भी नसीब नहीं हुए। खुद को समाजसेवी कहने वाले लोग तक नहीं झांके।

क्षेत्रीय पार्षद ने दो दिन पहले यह तो कह दिया कि सड़क नीची बनने की वजह से दीनानाथ कालोनी का गंदा पानी पार्क में घुस रहा है, इसलिए कीचड़ है लेकिन पार्क की बदहाल स्थिति को संवारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। बहरहाल, इस मामले में अब सोशल मीडिया पर आंदोलन छिड़ने वाला है। कुछ लोगों ने शास्त्री जी की प्रतिमा के जलकुंभी से घिरे होने को शर्मनाक बताते हुए नगर निगम को आईना दिखाया है। साथ यह भी कहा कि अधिकारियों ने पार्क की तरफ ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।

शास्त्रीजी की पत्नी ललिता शास्त्री ने लगवायी थीं सभी प्रतिमाएं
जोगी नवादा क्षेत्र में दीनानाथ मिश्र इंटर कॉलेज के पास स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पार्क की स्थापना 11 अप्रैल 1989 को हुई थी। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पत्नी ललिता शास्त्री ने सभी महापुरुषों की प्रतिमाएं लगवायी थीं। इस पार्क में बाल गंगाधर तिलक, सुभाष चंद्र बोस, दास टंडन की प्रतिमा भी लगी है। इसमें सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भी बेहद खराब स्थिति में है। जिस तरह से प्रतिमाओं की हालत है, उससे यही लग रहा है कि यहां पर सालों से कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए धीरे-धीरे प्रतिमाओं की स्थिति खराब हो गयी।

अमृत योजना में सौंदर्यीकरण कराने को नगर आयुक्त को लिखी चिट्ठी
शहर विधायक डा. अरुण कुमार का कहना है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पार्क की बदहाल तस्वीर को संवारने के लिए उन्होंने नगर आयुक्त को चिट्ठी लिखी है। उसमें अमृत योजना के तहत पार्क का सौंदर्यीकरण कराने की बात कही है। पत्र पर क्या कार्रवाई की गयी, मैं स्वयं इसको दिखवाऊंगा और जल्द महापुरुषों के पार्क को स्वच्छ बनाएंगे।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पार्क की स्थिति दिखवायी जाएगी। इसे संवारने के लिए नगर निगम से भी पत्राचार करेंगे। महापुरुषों के प्रतिमाएं ऐसी हालत में नहीं होनी चाहिए। अब तक पार्क की देखरेख किसके जिम्मे थी, इसको दिखवाया जाएगा। -नितीश कुमार, जिलाधिकारी

जोगी नवादा का पार्क स्थानीय सोसाइटी का है लेकिन नगर निगम इसके कायाकल्प के लिए जरूरी कदम उठाएगा। पार्षद की ओर से भी कई बार इसे लेकर जानकारी दी गई है। -डॉ. उमेश गौतम, मेयर

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