बरेली: शंखा नदी का अस्थाई पुल बहा, 15 गांवों का संपर्क कटा

बरेली: शंखा नदी का अस्थाई पुल बहा, 15 गांवों का संपर्क कटा

सीबीगंज, अमृत विचार। तेज बारिश ने आमजन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रूपपुर गांव के पास जिस शंखा नदी के अस्थाई पुल से हजारों ग्रामीण रोज आते-जाते थे, सोमवार रात बारिश में वह भी बह गया। इससे 15 गांवों के ग्रामीणों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया। इस अस्थायी पुल के बहने से जानमाल …

सीबीगंज, अमृत विचार। तेज बारिश ने आमजन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रूपपुर गांव के पास जिस शंखा नदी के अस्थाई पुल से हजारों ग्रामीण रोज आते-जाते थे, सोमवार रात बारिश में वह भी बह गया। इससे 15 गांवों के ग्रामीणों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया। इस अस्थायी पुल के बहने से जानमाल का तो नुकसान नहीं हुआ है लेकिन ग्रामीणों को गंतव्य स्थानों पर जाने के लिए करीब 10 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। मंगलवार को इन गांवों के बच्चे स्कूल भी नहीं जा सके। मजदूरी करने वाले लोग भी परेशान रहे। शंखा नदी पर पुल का निर्माण तो चल रहा है लेकिन पुल का निर्माण होने में लंबा समय लगेगा लेकिन तब तक ग्रामीणों को दिक्कतें झेलनी पड़ेंगी।

पीडब्ल्यूडी विभाग 5.5 करोड़ रुपये की लागत से रूपपुर गांव के पास शंखा नदी पर पुल का निर्माण करा रहा है। लोगों को पुल निर्माण के दौरान निकलने में दिक्कत ना हो, इसके मद्देनजर रपटा पुल तोड़कर पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने अस्थाई पुल बना दिया था। जिस पर से दोपहिया और चार पहिया वाहन निकल रहे थे।

रविवार शाम से हो रही बारिश के कारण नदी का जल स्तर बढ़ गया। जिस वजह से सोमवार रात निर्माणाधीन पुल के पड़ोस में बना अस्थाई पुल बह गया। जिससे जिला मुख्यालय से करीब 15 गांव का संपर्क कट गया। जिसमें माधवपुर, सीतापुर, गौतारा, मुर्शिदाबाद, रफियाबाद, मीरापुर, रायपुरा, जागीर आदि गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। दोनों तरफ के लोग फंस गए।

फतेहगंज पश्चिमी से होकर निकल रहे ग्रामीण
रूपपुर गांव का अस्थाई पुल बहने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक से होकर निकल रहे हैं। उन्हें करीब 10 किलोमीटर घूमकर शहर की ओर आना पड़ रहा है। लोगों को उम्मीद है कि नदी का पानी कम होने के बाद उस पर दोबारा अस्थाई पुल बनवाया जाएगा।

बारिश में टूट गई रूपपुर गांव की सुरक्षा दीवार
रूपपुर गांव की सुरक्षा दीवार भी तेज बारिश के बाद टूट गई। दीवार टूटने से गांव के अंदर पानी आने की आशंका लगातार बनी हुई है। शंखा नदी में पानी अधिक होने से बहाव तेज है। ऐसे में गांव में कभी भी पानी आ सकता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द सुरक्षा दीवार को दुरुस्त करने की गुहार लगाई है।