जौनपुर की घटना योगी के दावों के खोखलेपन को बताती है : भाकपा माले

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखनऊ। भाकपा माले ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर में तंगहाली-भुखमरी से परेशान परिवार की तीन सगी बहनों की ओर से ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर लेने की घटना पर रविवार को योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। भाकपा माले ने मामले में कहा कि ऐसी घटनाएं प्रदेश में मुख्यमंत्री के विकास के दावों …

लखनऊ। भाकपा माले ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर में तंगहाली-भुखमरी से परेशान परिवार की तीन सगी बहनों की ओर से ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर लेने की घटना पर रविवार को योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। भाकपा माले ने मामले में कहा कि ऐसी घटनाएं प्रदेश में मुख्यमंत्री के विकास के दावों के खोखलेपन और आंकड़ों की असलियत उजागर करने के लिए काफी हैं।

राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य की कल्याणकारी भूमिका व सामुदायिक रसोई की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा था कि भुखमरी से मौतें न हों यह सुनिश्चित करना राज्य का संवैधानिक दायित्व है। इसके अलावा जौनपुर की घटना को देखा जाए, तो योगी सरकार अपने संवैधानिक दायित्व के निर्वहन में फेल हुई है।

पढ़ें: हरदोई: न्याय के लिए भूख हड़ताल पर बैठे बाबा की बिगड़ी सेहत, जानें क्या है मामला?

वैसे भी योगी समेत भाजपा की सरकार देश के संविधान का कितना सम्मान करती है, यह किसी से छुपा नहीं है। वहीं, खुदकुशी करने वाली बहनों के घर में एक छटांक भी अनाज नहीं था। उनके पिता की वर्षों पहले मौत हो चुकी थी और मां विकलांग है। पीएम से लेकर सीएम नामधारी किसी भी कल्याणकारी योजना की दाने-दाने को मोहताज परिवार तक पहुंच क्यों नहीं हुई? अगर होती तो परिवार का राशनकार्ड होता और घर में कम से कम भुखमरी न होती।

जिला प्रशासन आखिर बेखबर कैसे था?

माले नेता ने कहा कि योगी सरकार को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और इन मौतों की जवाबदेही लेनी चाहिए। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने व पीड़ित परिवार के शेष सदस्यों की मदद के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। साथ ही, प्रशासनिक विफलता पर डीएम व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

संबंधित समाचार