हरदोई: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राों को नहीं लगती ठंड! सरकार कर रही भेदभाव
हरदोई। शीतकालीन अवकाश में भी सरकार भेदभाव कर रही है। सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में 15 दिन का शीतकालीन अवकाश कर दिया है जबकि कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बालिकाएं जाड़े में ठिठुरती रहेंगी। बताते चलें बेसिक शिक्षा परिषद में समस्त परिषदीय विद्यालयों में 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया है …
हरदोई। शीतकालीन अवकाश में भी सरकार भेदभाव कर रही है। सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में 15 दिन का शीतकालीन अवकाश कर दिया है जबकि कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बालिकाएं जाड़े में ठिठुरती रहेंगी। बताते चलें बेसिक शिक्षा परिषद में समस्त परिषदीय विद्यालयों में 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया है । वहीं कस्तूरबा आवासी विद्यालयों में शीतकालीन अवकाश की कोई व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं की गई है।
सरकार की इस भेदभाव भरी नियत से कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को सर्दियों में थे ठिठुरने को मजबूर होना पड़ेगा। सरकार की इस भेदभाव भरी नीति से कस्तूरबा विद्यालय में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावकों में खासा रोष व्याप्त है।
बताते चलें अभी भी तमाम कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में इतने संसाधन नहीं हैं कि छात्राओं को सर्दी से बचाया जा सके।
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कई विद्यालयों में कमरों के शीशे टूटे हुए हैं ।गर्म पानी की व्यवस्था भी इन विद्यालयों में नहीं है अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था न होने से हीटर बबलू व जैसे संसाधन भी उपलब्ध नहीं है ऐसे में कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को ठंड से ठिठुरना पड़ रहा है। तमाम कस्तूरबा गांधी विद्यालय ऐसे भी हैं जिनमें बिस्तारो की माकूल व्यवस्था नहीं है।
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