रायबरेली: शौचालय में पड़े मिले बच्चों के जूते, मची हड़कंप, जानें पूरा मामला…

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

रायबरेली। प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों को ठंड से बचाने के लिए ड्रेस, स्वेटर और जूते मोजे तक का खर्च उठा रही है। वहीं शिक्षा अधिकारियों की कारगुजारियों की वजह से सरकार के पैसे की बर्बादी हो रही है। ठंड से बचने के लिए सरकार ने बच्चों को मुफ्त जूते व मोजे दिए हैं …

रायबरेली। प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों को ठंड से बचाने के लिए ड्रेस, स्वेटर और जूते मोजे तक का खर्च उठा रही है। वहीं शिक्षा अधिकारियों की कारगुजारियों की वजह से सरकार के पैसे की बर्बादी हो रही है। ठंड से बचने के लिए सरकार ने बच्चों को मुफ्त जूते व मोजे दिए हैं लेकिन इस ठंड में बच्चों को पहनने के लिए आए जूते बीआरसी के बदहाल शौचालय में पड़े हैं।

जिसकी फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गयी है। वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। वहीं बीएसए ने मामले की जानकारी से अनभिज्ञता जताई है। ऊंचाहार ब्लॉक के अंतर्गत ब्लॉक संसाधन केंद्र के शौचालय में कबाड़ में बच्चों को जूते दिखाई पड़े हैं। यह जूते बच्चों में बंटने के लिए आये थे लेकिन अधिकारियों की मनमानी के चलते विद्यालय में न पहुंचाकर कबाड़ में फेंक दिया गया।

पढ़ें- लोगों ने नव वर्ष का जमकर किया स्वागत, धर्मस्थलों पर सुबह से भक्तों का लगा तांता

बुधवार को अचानक शौचालय का दरवाजा खुल गया और उसमें रखे जूते बिखर गए तभी किसी ने वीडियो बनाकर जिम्मेदारों की हरकतों को उजागर कर दिया। बच्चों के जूते कबाड़ की तरह पडे होने का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। ब्लाक संसाधन केंद्र से लेकर जिले के अधिकारियों तक मामले की लीपापोती में लगे रहे।

गौरतलब है कि एक ओर जहां प्रकाश सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराने का दावा करती है वही सरकारी मुलाजिम सरकार की किरकिरी कराने से बाज नहीं आते हैं और जिले में बैठे अधिकारी मामले में अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। बेसिक शिक्षाधिकारी शिवेंद्र सिंह का कहना है कि जांच के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

संबंधित समाचार