बरेली: तौकीर ने दिया कांग्रेस को समर्थन, बोले- अखिलेश मुसलमनों के लिए भाजपा से ज्यादा खराब साबित हुए
बरेली, अमृत विचार। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल और सुन्नी बरेलवी मुसलमानों के मसलकी रहनुमा आला हजरत के परिवार से संबंध रखने वाले मौलाना तौकीर रजा ने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का रुख साफ कर दिया है। तौकीर रजा ने ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया है। सोमवार …
बरेली, अमृत विचार। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल और सुन्नी बरेलवी मुसलमानों के मसलकी रहनुमा आला हजरत के परिवार से संबंध रखने वाले मौलाना तौकीर रजा ने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का रुख साफ कर दिया है। तौकीर रजा ने ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया है। सोमवार को लखनऊ में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता कर उन्होंने समर्थन देने की जानकारी दी है। सप्ताह भर पहले आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान और प्रियंका गांधी की दिल्ली में मुलाकात हुई थी।
जिसमें प्रियंका गांधी ने 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए सहयोग मांगा था। प्रियंका गांधी के साथ सभी मसलों पर विस्तार से चर्चा हुई। जिसमें मौलाना ने कहा कि देश में दंगों के दौरान सबसे ज्यादा मुसलमान पीड़ित होता है और उसी को झूठे मुकदमों में जेलों में डाला जाता है। मौलाना ने दंगा आयोग की बात की, जिसे प्रियंका गांधी ने फौरन स्वीकार कर लिया। मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने बताया कि आईएमसी प्रमुख ने इस संबंध में पार्टी की बैठक भी बुलाई थी। जिसमें तय हुआ कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सच्चे धर्मनिर्पेक्ष हैं।
किसान, मुसलमान, दलितों के मुद्दे पर जमीनी संघर्ष कर रहे हैं। कांग्रेस वक्त की जरूरत है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के साथ लखनऊ में हुई संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान मौलाना ने कहा कि देश की भलाई के लिए कांग्रेस का आना जरूरी है। अखिलेश यादव मुसलमानों के लिए भाजपा से भी ज्यादा खराब साबित हुए हैं। वह मुसलमान को सिर्फ वोट लेने के लिए इस्तेमाल करते हैं। अखिलेश गैर जिम्मेदार हैं, ऐसे व्यक्ति के हाथ में सूबे की बागडोर नहीं जाना चाहिए।
