मिजोरम विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर जेडपीएम ने लोकायुक्त के पास दायर की याचिका

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

ऐजौल। मिजोरम की मुख्य विपक्षी पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने राज्य के लोकायुक्त के यहां में एक शिकायत दर्ज कर विधानसभा अध्यक्ष लालरिनलियाना साइलो द्वारा सरकारी अनुबंध में कथित अंशधारिता और लाभ हासिल करने की जांच करने का आग्रह किया है। हालांकि, साइलो ने आरोपों से इनकार किया है और दावा किया कि उन्हें …

ऐजौल। मिजोरम की मुख्य विपक्षी पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने राज्य के लोकायुक्त के यहां में एक शिकायत दर्ज कर विधानसभा अध्यक्ष लालरिनलियाना साइलो द्वारा सरकारी अनुबंध में कथित अंशधारिता और लाभ हासिल करने की जांच करने का आग्रह किया है। हालांकि, साइलो ने आरोपों से इनकार किया है और दावा किया कि उन्हें अवैध रूप से कोई पैसा नहीं मिला है।

भ्रष्टाचार के आरोप के बीच सत्र की अध्यक्षता करने वाले साइलो के विरोध में बुधवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान जेडपीएम और कांग्रेस विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया, जिसके कुछ घंटों के बाद लोकायुक्त के समक्ष यह याचिका दायर की गयी। जेडपीएम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि साइलो ने ख्वाजावल जिले के ख्वाजावल और नगाईजोल गांवों के बीच प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत 13 किलोमीटर लंबी सड़क के ठेके के जरिए 10 करोड़ रुपये लिए हैं।

यह मामला हाल ही में तब सामने आया जब ठेकेदार कोलीन लालसांगपुई और उसके प्रबंधक ने गैर सरकारी संगठनों को सूचित किया कि साइलो ने अनुबंध से 10 करोड़ रुपये लिए हैं। विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष पर अपने पद और शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। जेडपीएम ने अपनी शिकायत में कहा, ”लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधि के लिए अनुबंध से लाभ प्राप्त करना अवैध है। यह सार्वजनिक पद का दुरुपयोग करने का एक स्पष्ट मामला है और हम इसका कड़ा विरोध करते हैं।

ये भी पढ़ें-

सपा सरकार होती तो खरीदकर लगवानी पड़ती वैक्सीन: सीएम योगी

संबंधित समाचार