बाराबंकी: जबरन गुजरात के एक मदरसे ले जाई जा रहीं आधा दर्जन बालिकाएं बरामद, मचा हड़कंप

बाराबंकी। अवध आसाम एक्सप्रेस से संदिग्ध परिस्थितियों में ले जाई जा रही आधा दर्जन बालिकाओं को चाइल्ड लाइन में पुलिस की मदद से बरामद किया है। यह बालिकाएं बिहार के समस्तीपुर से गुजरात ले जाई जा रही थी। इनके साथ जा रहे दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनका कहना है कि वे …
बाराबंकी। अवध आसाम एक्सप्रेस से संदिग्ध परिस्थितियों में ले जाई जा रही आधा दर्जन बालिकाओं को चाइल्ड लाइन में पुलिस की मदद से बरामद किया है। यह बालिकाएं बिहार के समस्तीपुर से गुजरात ले जाई जा रही थी। इनके साथ जा रहे दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनका कहना है कि वे इन बालिकाओं को मदरसे में पढ़ाने के लिए गुजरात ले जा रहे थे। जबकि बालिकाओं का कहना था कि यह लोग पहले भी गांव से कई लड़कियों को ले जा चुके हैं ।
चाइल्डलाइन के निदेशक रत्नेश गौतम ने बताया कि अवध आसाम एक्सप्रेस के एक डिब्बे में बैटरी यह लड़कियां रो रही थी। जिस पर एक सहयात्री को संदेह हुआ उसने तत्काल चाइल्डलाइन को फोन किया। जिस पर इन लड़कियों को बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर उतरवाया गया। इनके साथ कोई भी महिला सह-यात्री नहीं थी। सूचना मिलने पर तत्काल जिले की चाइल्ड हेल्पलाइन टीम एक्शन में आई और बाराबंकी जंक्शन स्थित जीआरपी पुलिस से संपर्क कर स्टेशन पहुंच रही बरौनी से गुजरात जाने वाली अवध एक्सप्रेस को रोककर मामले की छानबीन करने को कहा।
चाइल्ड हेल्पलाइन से मिली सूचना पर जीआरपी पुलिस के थानाध्यक्ष अनूप कुमार वर्मा ने स्टेशन मास्टर से बताकर गाड़ी को रोकने व संदिग्ध व्यक्तियों पकड़ने की पूरी तैयारी कर ली। गाड़ी जब तक रेलवे प्लेटफार्म पर पहुंची वहां पर चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम भी पहुँच गई। पुलिस व चाइल्ड टीम के द्वारा संदिग्ध व्यक्तियों को किशोरियों समेत ट्रेन से उतारकर जीआरपी थाने पर लाया गया।
चाइल्ड हेल्पलाइन के अधिकारियों व जीआरपी पुलिस की पूछताछ में बालिकाओं ने बताया कि हमें मदरसे में पढ़ाने के लिए गुजरात ले जा रहे हैं। इससे पहले भी हमारे गांव व अगल-बगल दर्जनों बालिकाओं को गुजरात पढ़ाने के लिए ले गए है। सरताज और अकबर पिछले तीन-चार सालों से हमारे गावों में आकर हम जैसी बच्चियों को पढ़ने के लिए जाते रहे है।
इसपर पुलिस व चाइल्ड हेल्प लाइन के अधिकारी संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ कर बच्चियों समेत जीआरपी थाने ले आए जिसमें एक बच्ची का पिता सरताज भी शामिल था। मामले की पूछताछ में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने बताया कि वह इन बच्चियों को जिनका नाम शहीना, अफसीना खातून पुत्री मोहम्मद अफरोज निवासी बेलाई अमरीन परवीन पुत्री मोहम्मद शमीद, मुशर्रफ परवीन पुत्री आफताब आलम, रोशनी पुत्री जावेद और शबीना प्रवीण पुत्री मोहम्मद सरताज समेत सभी बच्चे ग्राम बराही जिला समस्तीपुर की रहने वाली है। जिनकी उम्र 8 से 12 वर्ष के बीच में है। इन्हे पढ़ाने के लिए गुजरात के नवसारी जिले स्थित मदरसे ले जा रहा हूं।
गुजरात में संचालित मदरसे के मौलवी से बात की गई है। प्रथम दृष्टया मामला पढ़ने को लेकर गुजरात जाने का दिख रहा है। लेकिन मामला छोटी-छोटी बच्चियों के चलते अत्यंत गंभीर है। जिसकी जांच जिम्मेदार अधिकारियों की निगरानी में की जा रही है। जाँच पूर्ण होने पर ही साफ होगा कि कहीं इनके पीछे कोई बड़ा गिरोह तो काम नहीं कर रहा
अनूप कुमार वर्मा थानाध्यक्ष, जीआरपी पुलिस बाराबंकी
संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बालिकाओं के माता पिता के नाम को स्पष्ट तौर पर ना बता पाना, बच्चियों की उम्र का अत्याधिक कम होना, व बच्चियों के साथ किसी महिला सहयात्री का ना होना। यह सभी बातें मामले को और पेचीदा बना रही थी। जिसके चलते सभी बच्चियों को न्यायालय की शरण में भेज दिया गया है। जहां पर उनके वास्तविक माता-पिता द्वारा पहचान करने के साथ मजबूत साक्ष्य दिए जाने पर उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया जाएगा।
रत्नेश गौतम, निदेशक चाइल्डलाइन बाराबंकी