बरेली: मैजिक पैन प्रकरण में संविदा कर्मचारियों पर कार्रवाई के बाद मामला शांत
बरेली, अमृत विचार। मैजिक पैन से यात्रियों के साथ-साथ परिवहन निगम को चूना लगाने वाले चार परिचालकों पर कार्रवाई के बाद जांच ठंडे बस्ते में चली गई है। परिक्षेत्र की सभी रोडवेज बसों के परिचालकों द्वारा जमा किए गए वे-बिल यूवी लाइट से जांच के लिए भेजे गए हैं। मगर अभी तक पूरे मामले की …
बरेली, अमृत विचार। मैजिक पैन से यात्रियों के साथ-साथ परिवहन निगम को चूना लगाने वाले चार परिचालकों पर कार्रवाई के बाद जांच ठंडे बस्ते में चली गई है। परिक्षेत्र की सभी रोडवेज बसों के परिचालकों द्वारा जमा किए गए वे-बिल यूवी लाइट से जांच के लिए भेजे गए हैं। मगर अभी तक पूरे मामले की जांच नहीं हो सकी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों लखनऊ मुख्यालय से सभी परिक्षेत्र व डिपो पर औचक निरीक्षण में बरेली डिपो के संविदा परिचालक संजय कुमार, आशुतोष कुमार व रुहेलखंड डिपो के संविदा परिचालक शिवमंगल सिंह, विजेंद्र कुमार को पकड़ा गया। चारों आरोपियों के खिलाफ बारादरी थाने मे रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद अधिकारियों ने उनकी संविदा समाप्त कर दी थी।
मामला लखनऊ तक पहुंचा तो आरएम ने रीजन के चारों डिपो में चलने वाली 660 रोडवेज बसों के परिचालकों द्वारा जमा किए गए वे-बिल की यूवी लाइट से जांच के निर्देश दिए। बरेली, रुहेलखंड, बदायूं, पीलीभीत के डिपो में यूवी लाइट उपकरण पहुंचाए गए हैं लेकिन अभी तक उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आ सकी है।
फर्जी टिकट को लेकर भी चर्चा में रहा था रोडवेज
2016 में इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) चोरी प्रकरण और उसके बाद 2018 में फर्जी टिकट प्रकरण के मामले भी बरेली व रुहेलखंड डिपो में पकड़े गए थे। जिसको लेकर रीजन की मुख्यालय तक बदनामी हुई थी। वहीं 2022 में मैजिक पेन का इस्तेमाल कर विभाग को नुकसान पहुंचाने का मामला एक बार फिर से पकड़ा गया है।
चारों डिपो के वे-बिल निकलवाकर यूवी लाइट से उनकी जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
—आरके त्रिपाठी, आरएम बरेली परिक्षेत्र
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