अमेठी: आंगनबाड़ी केंद्र पर ग्रामीणों ने किया कब्जा
शुकुल बाजार/अमेठी। सरैया पीरजादा आंगनबाड़ी केंद्र का हाल बेहाल है। केंद्र पर ताला लटकता रहता है। जिसके सामने ग्रामीणों के कपड़े सूखते कभी भी देखा जा सकता है। केंद्र पर पड़ी बेंच व चारपाई पर बकरियां आराम करती हैं। आसपास फैली गंदगी देखने से प्रतीत होता है कि यह केंद्र पिछले कई महीनों से खुला …
शुकुल बाजार/अमेठी। सरैया पीरजादा आंगनबाड़ी केंद्र का हाल बेहाल है। केंद्र पर ताला लटकता रहता है। जिसके सामने ग्रामीणों के कपड़े सूखते कभी भी देखा जा सकता है। केंद्र पर पड़ी बेंच व चारपाई पर बकरियां आराम करती हैं। आसपास फैली गंदगी देखने से प्रतीत होता है कि यह केंद्र पिछले कई महीनों से खुला न हो। यहां कमलेश कुमारी कार्यकत्री तो प्रेमा देवी सहायिका के पद पर कार्यरत हैं।
इन दिनों सुबह 8 से 12 बजे तक केंद्र खोले जाने का आदेश है। फिर भी केंद्र कब खुलता और कब बंद होता है। किसी को कोई पता नहीं है। इस केंद्र पर पंजीकृत बच्चों की सेहत कैसे सुधारी जा रही। शायद किसी से छुपा नहीं है। ग्रामीणों की शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है। पिछले कई वर्षों से कार्यरत सीडीपीओ विनय कुमार शासन में अपनी पकड़ के चलते कभी नहीं हैं।
केंद्र पर पंजीकृत बच्चों, गर्भवती व धात्री माताओं की सेहत सुधारने के लिए आने वाला पोषाहार कहां जा रहा और कौन खा रहा है। इन सवालों का जवाब किसी के पास नहीं है। केंद्र के आसपास ग्रामीणों का अतिक्रमण इस बात का प्रमाण है। केंद्र के सामने बकरी बांधने वाली राजकुमारी कहती हैं कि केंद्र खुलता है।
आसपास के अन्य लोगों से भी जानकारी की गई तो उन सब ने नाम न बताने की शर्त पर यह स्वीकार किया कि कभी कभार ही केंद्र खुलता है। बाल विकास परियोजना अधिकारी विनय कुमार सिंह से जब इस केंद्र के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि उनके पास विभाग के तमाम काम हैं। उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई करने को कहा है।
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