गोंडा: शिक्षिका अपहरण कांड में बैकफुट पर पुलिस, नहीं हुई बरामदगी तो सड़क पर उतरे पालिकाध्यक्ष, बंद कराया बाजार
नवाबगंज/गोंडा। नवाबगंज कस्बे से दिनदहाड़े अपहरण की गई शिक्षिका का मामला तूल पकड़ गया है। पुलिस की शिथिलता और लापरवाही से नाराज नवाबगंज नगर पालिका के चेयरमैन सत्येंद्र सिंह रविवार को अपने समर्थकों व पीड़ित परिवार के साथ सड़क पर उतर आए। नाराज पालिका अध्यक्ष ने नवाबगंज कस्बे की सभी दुकानें बंद करा दी। बाजार …
नवाबगंज/गोंडा। नवाबगंज कस्बे से दिनदहाड़े अपहरण की गई शिक्षिका का मामला तूल पकड़ गया है। पुलिस की शिथिलता और लापरवाही से नाराज नवाबगंज नगर पालिका के चेयरमैन सत्येंद्र सिंह रविवार को अपने समर्थकों व पीड़ित परिवार के साथ सड़क पर उतर आए। नाराज पालिका अध्यक्ष ने नवाबगंज कस्बे की सभी दुकानें बंद करा दी। बाजार बंद होने की सूचना पुलिस तक पहुंची तो उसके हाथ पांव फूल गए।
पुलिसकर्मियों ने पालिका अध्यक्ष को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह आरोपी की गिरफ्तारी पर अड़े रहे। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने बंद दुकानों को खुलवाने की भी कोशिश की। हालांकि दुकानदारों ने पालिका अध्यक्ष से सहमति जताते हुए पीड़ित परिवार के समर्थन में अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। पीड़ित परिवार को पालिका अध्यक्ष व स्थानीय व्यापारियों का समर्थन मिलने के बाद नवाबगंज पुलिस पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आई।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के होलापुर गांव स्थित एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत युवती का 15 जुलाई को दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया था तुलसीपुर माझा गांव के रहने वाले जिम संचालक प्रशांत सिंह पर शिक्षिका को अगवा करने का आरोप है। पुलिस इस मामले में प्रशांत सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसकी तलाश कर रही है लेकिन इस वारदात के 9 दिन बाद भी पमुख्य आरोपी पुलिस पकड़ से दूर है। अगवा की गई शिक्षिका का भी कोई पता नहीं चल सका है। एक मामले में पीड़िता का परिवार नवाबगंज पुलिस पर आरोपी की मदद करने का आरोप लगा रहा है।

परिजनों के आरोप के बाद नवाबगंज के थानाध्यक्ष की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। अपनी बेटी की बरामदगी को लेकर पीड़िता का परिवार देवीपाटन मंडल के डीआईजी समेत मुख्यमंत्री तक से गुहार लगा चुका है लेकिन पुलिस शिक्षिका को बरामद करने में असफल रही है। अगवा की गई शिक्षिका का परिवार उसकी बरामदगी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। पीड़ित परिवार की मदद के लिए रविवार को पालिकाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह आगे आए। शिक्षिका की बरामदगी को लेकर चेयरमैन सत्येंद्र सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों व पीड़ित परिवार के साथ सड़क पर उतरे और नवाबगंज बाजार को पूरी तरह से बंद करा दिया। बाजार बंदी की सूचना पुलिस तक पहुंची तो महकमे में हड़कंप मच गया।
आनन-फानन में पुलिस अफसरों ने पालिकाध्यक्ष से संपर्क कर उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन वह अगवा की गई शिक्षिका की बरामदगी की मांग को लेकर अड़े रहे। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने बंद दुकानों को खुलवाने की भी कोशिश की। हालांकि व्यापारियों ने चेयरमैन से सहमति जताते हुए पीड़ित परिवार के समर्थन में खुद ही अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों के शटर गिरा दिए। अप्रत्याशित रूप से पालिकाध्यक्ष व स्थानीय व्यापारियों का समर्थन मिलने के बाद नवाबगंज पुलिस शिक्षिका अपहरण मामले में अब पूरी तरह से बैकफुट पर है। पुलिस अफसरों ने चेयरमैन को जल्द ही शिक्षिका को बरामद कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया है।
मुख्य आरोपी के दो सहयोगी गिरफ्तार
अगवा की गई शिक्षिका की बरामदगी को लेकर रविवार को हुए हंगामे के बाद पुलिस ने अपहरण कांड के मुख्य आरोपी प्रशांत सिंह के दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। तरबगंज के क्षेत्राधिकारी संसार सिंह राठी ने बताया कि शिक्षिका अपहरण मामले में आरोपित किए गए प्रशांत सिंह के सहयोगी गोलू उर्फ विजय शंकर निवासी महंगूपुर थाना नवाबगंज व पवन दुबे निवासी बेगमपुरा जनपद अयोध्या को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों पर प्रशांत सिंह की मदद करने का आरोप है। आरोपियों के पास से पुलिस ने घटना में प्रयोग की गई सफारी कार भी बरामद कर ली है। सीओ ने बताया की वारदात के मुख्य आरोपी प्रशांत सिंह को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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