ऋषिकेश, बिठूर और मुंगेर में गंगा नदी को जोड़ ‘स्वदेश दर्शन योजना’ लागू करेगी सरकार
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ऋषिकेश, बिठूर और मुंगेर में गंगा नदी को जोड़ते हुए स्वदेश दर्शन योजना को लागू करने जा रही है। सूत्रों ने बताया कि इस योजना को लेकर दिशा-निर्देश तैयार हो गए हैं और अब जल्द ही इसे मंजूरी मिलने की उम्मीद है। समझा जाता है कि इसके तहत पर्यटन परिपथ तैयार …
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ऋषिकेश, बिठूर और मुंगेर में गंगा नदी को जोड़ते हुए स्वदेश दर्शन योजना को लागू करने जा रही है। सूत्रों ने बताया कि इस योजना को लेकर दिशा-निर्देश तैयार हो गए हैं और अब जल्द ही इसे मंजूरी मिलने की उम्मीद है। समझा जाता है कि इसके तहत पर्यटन परिपथ तैयार किया जायेगा जिसमें गंगा नदी से जुड़े प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का सुनियोजित ढंग से विकास हो सकेगा। साथ ही इस क्षेत्र में जल मार्ग के माध्यम से नौका विहार, वाटर स्पोर्ट्स एवं जल परिवहन जैसे सुविधाएं भी विकसित की जायेंगी।
वहीं, सरकार ने गंगा नदी के किनारे रहने वाले लोगों के टिकाऊ आर्थिक एवं सामुदायिक विकास के लिये चार राज्यों के 24 जिलों में 62 जल मार्ग एवं घाट विकास परियोजना पर कार्य शुरू कर रही है। गंगा नदी पर अधिकार सम्पन्न कार्यबल की हाल ही में हुई बैठक में अर्थ गंगा के तहत सामुदायिक विकास कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 24 जिलों में जल मार्ग विकास परियोजना एवं घाट विकास योजना को हरी झंडी दी गई।
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि गंगा नदी के किनारे रहने वाले लोगों की आजीविका से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये अर्थ गंगा एवं जलज योजना पर काम किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि गंगा नदी पर स्थित शहरों के स्थानीय उत्पादों को नदी के किनारे ‘घाट में हाट’ कार्यक्रम के माध्यम से बढ़ावा दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अर्थ गंगा कार्य योजना में सामुदायिक विकास कार्यक्रम के तहत जल मार्ग विकास परियोजना पर काम किया जायेगा । इसके एक भाग के रूप में गंगा नदी पर विभिन्न स्थानों पर घाटों का विकास किया जा रहा है। गंगा नदी पर सामुदायिक विकास कार्यक्रम के मसौदे के अनुसार, गंगा नदी के किनारे रहने वाले लोगों के टिकाऊ आर्थिक विकास के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के चार जिलों, बिहार के 10 जिलों, झारखंड के एक जिले और पश्चिम बंगाल के 9 जिलों में घाट विकास एवं जल मार्ग विकास परियोजना का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इसके तहत उत्तर प्रदेश में 10 परियोजना, बिहार में 21 परियोजना, झारखंड में 3 परियोजना तथा पश्चिम बंगाल में 23 परियोजना प्रस्तावित हैं। दूसरी ओर, पर्यटन मंत्रालय ऋृषिकेश, बिठूर और मुंगेर में नदी को जोड़ते हुए स्वदेश दर्शन योजना लागू करने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के अनुसार इस योजना से जुड़े दिशानिर्देश तैयार हो गए हैं और अब जल्द ही इसे मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
इसके अलावा पर्यटन विभाग पटना, बद्रीनाथ, वाराणसी सहित कुछ स्थानों पर प्रसाद योजना को लागू कर रहा है। जल शक्ति मंत्रालय गंगा नदी में ‘रिवर क्रूज पर्यटन’ के विकास के लिये जल्द ही विस्तृत योजना तैयार करेगा ताकि राजस्व सृजन की संभावना विकसित हो सके ।
सूत्रों ने बताया कि वर्तमान नदी पर्यटन एवं रिवर क्रूज कार्यक्रम के विस्तार एवं विपणन के उद्देश्य से पर्यटन मंत्रालय के साथ एक योजना तैयार की जायेगी । इसका समन्वय एनएमसीजी करेगा । उन्होंने बताया कि गंगा नदी के किनारे अगले पांच वर्षो में 10 नये पर्यटन गंतव्यों के विकास के लिये विस्तृत योजना तैयार करने पर काम शुरू किया जा रहा है।
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