रामपुर: छात्र जुनैद की मौत का मामला: वैकल्पिक व्यवस्था के सहारे खुला पटवाई का कंपोजिट स्कूल

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शाहबाद/रामपुर,अमृत विचार। बुधवार को देश के पहले अमृत सरोवर जिसकी मन की बात में प्रधानमंत्री ने तारीफ की उसमें डूबने से सातवीं के छात्र की मौत हो गई थी। मामले में पटवाई के कंपोजिट स्कूल के पूरे स्टाफ के खिलाफ लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने बुधवार की शाम से ही …

शाहबाद/रामपुर,अमृत विचार। बुधवार को देश के पहले अमृत सरोवर जिसकी मन की बात में प्रधानमंत्री ने तारीफ की उसमें डूबने से सातवीं के छात्र की मौत हो गई थी। मामले में पटवाई के कंपोजिट स्कूल के पूरे स्टाफ के खिलाफ लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने बुधवार की शाम से ही आरोपी शिक्षकों को बैठा रखा है, लेकिन गुरुवार को रात तक उनको थाने में बैठाकर वार्तालाप चल रही है।

पुलिस न जमानत दे रही है न जेल भेज रही है। जबकि गुरुवार को वैकल्पिक व्यवस्था कर स्कूल में बच्चों को पढ़ाया गया। बताया गया कि स्टाफ पूरा नहीं होने के चलते पढ़ाई सुचारू रूप से नहीं हो सकी। वहीं अधिकारियों का कहना है कि दहशत के चलते कम ही बच्चे स्कूल आए। वहीं डीएम ने बीएसए व एसडीएम के साथ जांच कमेटी गठित की है।

बुधवार को पटवाई के परिषदीय स्कूल के बच्चों को तैराकी प्रतियोगिता कराने के लिए अमृत सरोवर ले जाया गया था। इस दौरान सातवीं कक्षा के छात्र जुनैद आलम (13) पुत्र इरशाद अली की पटवाई स्थित अमृत सरोवर में डूब गया था, लेकिन शिक्षकों की लापरवाही के चलते वह तीन घंटे पानी में ही छटपटाता रहा। बच्चों ने कहा भी एक छात्र डूब गया है, लेकिन अपनी मस्ती में मस्त शिक्षकों ने बच्चों की बात को अनसुना कर दिया।

जब समय बीत जाने के बाद भी जुनैद घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की थी। चारों तरफ जुनैद की ढूंढ मची तो शिक्षक भी घबरा गए थे। पता चला कि जुनैद अमृत सरोवर में डूब गया है। शव को निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बुधवार शाम को पुलिस ने कई शिक्षकों थाने में बैठा लिया। उसके बाद से गुरुवार का पूरा दिन शिक्षकों का थाने में बीत गया।देर शाम तक बात चल रहीं है।

बीईओ की जांच- बच्चों ने कहा जुनैद डूब गया, शिक्षकों ने किया अनसुना

इस मामले की जांच बीईओ फोटो लाल को सौंपी गई है। गुरुवार को बीईओ पटवाई स्कूल पहुंचे। उन्होंने बच्चों को बुलाकर उनसे बातचीत की। इस बारे में जब बीईओ से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है। गुरुवार को स्कूल पहुंचकर बच्चों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। बच्चों ने बयान में कहा कि जुनैद के डूबने की बात शिक्षकों से कही थी, लेकिन शिक्षकों ने अनसुना कर दिया।

पूरा स्टॉफ आरोपी, अब विभाग के सामने स्कूल चलाने की चुनौती

अमृत सरोवर में डूबने से छात्र की मौत हो गई। इस मामले में दो अनुदेशकों को छोड़ बाकी सभी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। गुरुवार को दो अनुदेशकों के साथ दो और अध्यापकों को अटैच कर दिया गया। कुल चार लोगों ने ही विद्यालय की कमान संभाली। दहशत के चलते बच्चे भी कम पहुंचे,लेकिन अब विभाग के सामने स्कूल चलाना एक चुनौती से कम नहीं है।

दहाड़ें मारकर रोती रहीं जुनैद की मां

जुनैद की मौते के अगले दिन भी जुनैद की मां के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। वह दहाड़ें मार कर रोती रहीं। जुनैद के घर पर मातम पसरा रहा। गुरुवार को ढांढ़स बंधाने के लिए लोगों का घर पर तांता लगा रहा, लेकिन बेसुध जुनैद की मां को कोई नहीं समझा पा रहा था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जब घर पहुंची तो जुनैद की मां बेसुध होकर गिर पड़ीं। अचानक हुई इस मौते ने परिजनों को तोड़कर दिया है।
खंड शिक्षा अधिकारी, शाहबाद ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, गुरुवार को स्कूल पहुंचकर बच्चों के बयान भी दर्ज किए हैं। विद्यालय से दो शिक्षकों को अटैच कर दिया गया है। दो अनुदेशक जिनके नाम एफआईआर में नहीं हैं, वह दोनों शिक्षकों के साथ मिलकर विद्यालय संचालित कर रहे हैं। ठिरिया सालेपुर की शिक्षिका मीनाक्षी को विद्यालय से अटैच कर दिया गया है। वह आज से विद्यालय पढ़ाने जाएंगी।

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