बरेली: उर्स-ए-रजवी को लेकर रजाकारों की दरगाह पर हुई बैठक, सज्जादानशीन ने दिए ये दिशा-निर्देश
बरेली, अमृत विचार। आला हजरत के 104 वें उर्स-ए-रजवी में शिरकत करने के लिए बड़ी संख्या में आने वाले अकीदतमंदों को ध्यान में रखते हुए दरगाह की ओर से बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। दरगाह समेत जिले भर के अलग-अलग हिस्सों में बैठकों का दौर जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को …
बरेली, अमृत विचार। आला हजरत के 104 वें उर्स-ए-रजवी में शिरकत करने के लिए बड़ी संख्या में आने वाले अकीदतमंदों को ध्यान में रखते हुए दरगाह की ओर से बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। दरगाह समेत जिले भर के अलग-अलग हिस्सों में बैठकों का दौर जारी है।
इसी कड़ी में शुक्रवार को दरगाह परिसर में दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की सदारत में उर्स की तैयारियों को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उलेमा व उर्स में खिदमत करने वाले टीटीएस स्वयंसेवक और रजाकार भी मौजूद रहे।
सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने कहा कि दो साल कोरोना की वजह से उर्स बेहद सादगी के साथ सीमित संख्या में मनाया गया था। लेकिन इस साल उर्स-ए-रजवी अपनी पूरी शान-ओ-शौकत के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने सभी लोगों से अभी से तैयारियां में जुट जाने को कहा है, ताकि दुनियाभर से आने वाले जायरीन को किसी तरह की दिक्कत न हो।
सज्जादानशीन ने अपील करते हुए कहा कि कहा कि लाखों के मजमे के लिए दरगाह की तरफ से किये जाने वाले इंतजाम भी पर्याप्त नहीं होते। लिहाजा, शहर के लोग पूर्व की तरह जायरीन के ठहरने, सबील व लंगर का इंतजाम करें। मंजर-ए-इस्लाम के वरिष्ठ शिक्षक मुफ्ती सलीम बरेलवी ने कहा कि हिंदुस्तान के कोने कोने के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, सऊदी अरब, मॉरीशस, तुर्की, साउथ अफ्रीका, अमेरिका, इंग्लैंड, यूके, जर्मनी, मिस्र, दुबई, हॉलैंड आदि देशों से जायरीन के बरेली पहुंचने की जानकारी मिली है।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की दुआ के साथ बैठक का समापन हुआ। मुफ्ती जमील खान, मौलाना अख्तर, मौलाना जाहिद रजा, शाहिद नूरी, अजमल नूरी, परवेज नूरी, औरंगजेब नूरी, ताहिर अल्वी, हाजी जावेद खान, शान रजा, खलील कादरी मंजूर खान आदि मौजूद रहे।
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