पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण मुक्त बस संचालन को लेकर बड़ी मुहिम

लखनऊ। विश्व पर्यावरण दिवस पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने एक बड़ी मुहिम की तैयारी की है l उत्तर प्रदेश में पर्यावरण बचाने को लेकर और प्रदूषण मुक्त बस संचालन करने के लिए रोडवेज ने बड़ी पहल की हैl प्रदेश की हवा को स्वच्छ रखने के लिए परिवहन निगम अपने बस बेड़े में …

लखनऊ। विश्व पर्यावरण दिवस पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने एक बड़ी मुहिम की तैयारी की है l उत्तर प्रदेश में पर्यावरण बचाने को लेकर और प्रदूषण मुक्त बस संचालन करने के लिए रोडवेज ने बड़ी पहल की हैl प्रदेश की हवा को स्वच्छ रखने के लिए परिवहन निगम अपने बस बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करेगा और सीएनजी बसों के बेड़े को भी मजबूत करेगा। डीजल बसों के संचालन को कम करने की भी तैयारी कर ली गई है। रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार नई डीजल बसें यूरो सिक्स की होंगी, जिनसे हानिकारक तत्वों का उत्सर्जन कम होगा।

लखनऊ से चल रही हैं सीएनजी बसें
पर्यावरण को रोडवेज बसों से निकलने वाले जहरीले धुंए से बचाने के लिए जहां स्मोक मीटर की लगाए जाने की तैयारी है वहीं बेड़े में नई सीएनजी बसों को शामिल किया जाएगाl अभी सिर्फ लखनऊ में उपनगरीय डिपो में ही करीब 14 सीएनजी बसें शामिल हैं। इनका संचालन चारबाग से किया जाता है।

इसके अलावा नोएडा और दिल्ली के क्षेत्रों में भी सफर के लिए सीएनजी बसों का संचालन हो रहा है। वहां इनकी संख्या 100 से अधिक है। लखनऊ की हवा को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए यहां से आस-पास अन्य जिलों के लिए भी सीएनजी बसों का संचालन शुरू किए जाने की तैयारी है। इनमें कानपुर, सीतापुर, रायरबरेली और बाराबंकी को शामिल किए जा सकते हैं। 100 नई सीएनजी बसों को लाए जाने की तैयारी चल रही है।

100 इलेक्ट्रिक बसें भी चलेंगी
इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का ट्रायल हो चुका है। इन बसों को उन्हीं क्षेत्रों में चलाया जाएगा जहां पर प्रदूषण की समस्या अधिक है। तकरीबन 100 नई बसों को चलाया जाना है। इसके लिए भी प्लानिंग की जा रही है। बता दें कि गुरुवार को ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने और रोडवेज की बड़ी सराहना की है। परिवहन निगम प्रदेशवासियों को सुगम सुरक्षित यात्रा कराने के साथ ही प्रदूषण मुक्त संचालन को लेकर कमर कस ली है।

उत्तर प्रदेश से चलने वाली सभी रोडवेज बसों को प्रदूषण मुक्त किया जाएगा। रोडवेज बसों से निकलने वाले धुंए की रोजाना जांच कराई जाती है। बसों में प्लास्टिक की बोतलों का प्रयोग बंद किया जा चुका है। वहीं सीएनजी बसों का बेड़ा बढ़ाए जाने और इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी कर ली गई है। – डॉ. राजशेखर, प्रबंध निदेशक, यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम