बरेली में भी मदरसों के सर्वे का आदेश, 22 दिन में डाटा संकलित करने को टीम गठित
बरेली, अमृत विचार। राज्य सरकार के 30 अगस्त के जारी आदेश के क्रम में जनपद में भी मदरसों के सर्वे के आदेश जारी कर दिए गए। अब मदरसों का सच बाहर आएगा। कितने मदरसे किस तरह से संचालित हो रहे हैं। बच्चों को पाठ्यक्रम में क्या पढ़ाया जा रहा है। मदरसों में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने …
बरेली, अमृत विचार। राज्य सरकार के 30 अगस्त के जारी आदेश के क्रम में जनपद में भी मदरसों के सर्वे के आदेश जारी कर दिए गए। अब मदरसों का सच बाहर आएगा। कितने मदरसे किस तरह से संचालित हो रहे हैं। बच्चों को पाठ्यक्रम में क्या पढ़ाया जा रहा है।
मदरसों में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए शिक्षक हैं या नहीं आदि बिंदुओं की सच्चाई भी बाहर आएगी। जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने जनपद के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे के लिए संयुक्त टीम गठित कर दी है। मदरसों का सर्वे 22 दिन में करना है। संयुक्त सर्वे टीम में तहसीलों से संबंधित एसडीएम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शामिल किए गए हैं। अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु पूनिया के निर्देशन में मदरसों का सर्वे होगा।
जिलाधिकारी ने आदेश में लिखा है कि सर्वे टीम 5 अक्टूबर तक मदरसों का सर्वे पूर्ण करेगी और 10 अक्टूबर तक रिपोर्ट या संकलित डाटा अपर जिलाधिकारी प्रशासन के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजेगी। यह भी बताया कि 25 अक्टूबर तक मदरसों की सर्वे रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। डीएम ने संयुक्त टीम में शामिल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आपसी समन्वय स्थापित करके जनपद के सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कर रिपोर्ट प्रारूप पर तैयार करें।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे अपने निर्देशन में सर्वे के उपरांत रिपोर्ट/संकलित डाटा समय के अनुसार प्रस्तुत करें। आदेश की कॉपी उप सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ अनुभाग लखनऊ को भी भेजी गई है।
इन बिंदुओं पर मदरसे के सर्वे का निर्देश
जिलाधिकारी के आदेश के साथ संयुक्त सर्वे टीम को गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का विवरण एकत्र करने के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रोफार्मा जारी किया गया है। जिसमें 12 बिंदुओं पर डाटा एकत्र करने को कहा गया है। इसमें मदरसे का नाम, मदरसे का संचालन करने वाली संस्था का नाम, स्थापना वर्ष, मदरसे की अवस्थिति का संपूर्ण विवरण (निजी अथवा किराये का भवन), क्या मदरसे का भवन छात्र-छात्राओं के लिए उपयुक्त है (सुरक्षित भवन, पेयजल, फर्नीचर, विद्युत आपूर्ति, शौचालय आदि), मदरसे में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की कुल संख्या, मदरसे में कुल शिक्षकों की संख्या, मदरसे में लागू पाठ्यक्रम, मदरसे की आय स्रोत, क्या इन मदरसों में पढ़ रहे छात्र किसी अन्य विद्यालय में नामांकित हैं, क्या किसी गैर सरकारी समूह/संस्था से मदरसे की संबद्धता है यदि हां तो विवरण और अभ्युक्ति का बिंदु शामिल है।
ये भी पढ़ें- बरेली: नवयुवक ने गोली मार कर की आत्महत्या, परिवार में मचा कोहराम
