संक्रमण की चेन तोड़ने के लिये कोविड हेल्प डेस्क होगी मजबूत कड़ी: योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने में कोविड हेल्प डेस्क एक मजबूत कड़ी सिद्ध होगी। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने गुरूवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापित किये …

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने में कोविड हेल्प डेस्क एक मजबूत कड़ी सिद्ध होगी। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने गुरूवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापित किये जाने के निर्देश दिये है।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने में कोविड हेल्प डेस्क एक मजबूत कड़ी सिद्ध होगी। उन्होंने कहा है कि हेल्प डेस्क का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जाए। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोविड हेल्प डेस्क में इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर अवश्य उपलब्ध रहे तथा हेल्प डेस्क पर कार्यरत कर्मियों के लिए मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर की व्यवस्था हो।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 का टेस्ट करते हुए आवश्यकतानुसार उपचार करें। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में 6500 से ज्यादा हेल्प डेस्क स्थापित किये जा चुके हैं, जिनके अब सकारात्मक परिणाम भी आने लगे है। अब तक हेल्प डेस्क के माध्यम से 2,553 लक्षणात्मक लोगों की पहचान की गयी है, जिनकी जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि जिन्हें किसी भी प्रकार की लक्षणात्मक समस्या आ रही हैं। वे लोग अपने नजदीकी हेल्प डेस्क पर जाएं, जहां पर थर्मल स्क्रैनर एवं पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध है। वहां परीक्षण के बाद उचित सलाह दी जायेगी तथा आवश्यकता होने पर कोविड की जांच कर प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क उपचार किया जायेगा।

प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कल एक दिन में 24,890 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 7,81,584 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में आई.टी.पी.सी.आर. ,ट्रूनेट मशीन एवं 11 जनपदों में रेपिड एण्टीजेंट टेस्ट से जांच की जा रही हैं।

इस प्रकार प्रदेश में कोरोना टेस्ट की तीनों विधियों का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 6,869 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 17,221 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 69.36 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 59.43 से अधिक है।

उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के तहत कुल 1974 पूल की जांच की गयी, जिसमें 1779 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 195 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,55,882 लाख सर्विलांस टीम द्वारा 1,14,25,295 घरों के 5,82,10,332 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।