मुरादाबाद : दंपत्ति की बेटी ने खाते में जमा किए 50 हजार रुपये, बोली- साढ़े तीन लाख में जब्त नहीं करने देंगे 30 लाख का मकान

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Published By Bhawna
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ब्याजमाफी व लोन की किस्त बनाने की लगाई थी सीएम से गुहार

मुरादाबाद,अमृत विचार। कटघर कोतवाली क्षेत्र के सूरज नगर निवासी ओमवीर सिंह ने पत्नी के साथ सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलकर ब्याज माफ कराने और लोन की किस्त बनवाने की गुहार लगाई थी। मात्र साढ़े तीन लाख रुपये के लोन के बदले बैंक उनके 30 लाख रुपये के मकान को कब्जाने की फिराक में हैं। उनकी बेटी का कहना है कि साढ़े तीन लाख में 30 लाख रुपये के मकान पर कब्जा नहीं होने देंगे। मंगलवार को उनकी बेटी ने खाते में 50 हजार रुपये जमा भी कराए हैं। 

सूरज नगर निवासी ओमवीर सिंह निर्यात फर्म में नौकरी करते हैं। उनके परिवार में पत्नी रेखा देवी के अलावा एक बेटी मंजुला और बेटा अश्विनी हैं। मंजुला की शादी हो चुकी है। उसके पति मुरादाबाद में ही नौकरी करते हैं, इसलिए वह अपने पति व बच्चों के साथ माता-पिता के साथ ही रहती हैं। एलएलबी की पढ़ाई कर रहे अश्विनी का जून 2008 में एक्सीडेंट हो गया था। अभी भी उसका एक हाथ काम नहीं करता है। 

मंजुला ने बताया कि पापा ने मजदूरी कार्ड पर एक लाख रुपये का लोन लिया था। कुछ दिन बाद उन्होंने घर में ही पालिश का कारखाना लगाने के लिए साढ़े तीन लाख का लोन पुराना रोडवेज के पास स्थित प्रथमा बैंक की शाखा से पास कराया था। बैंक का पुराना लोन चुकता करने के बाद ओमवीर सिंह के हाथ में दो लाख 80 हजार रुपये आए थे। इससे उन्होंने मशीन खरीद कर कारखाना लगा लिया था। तीन महीने तक काम ठीक चला। मगर इसके बाद ओमवीर सिंह को मुसीबतों ने घेर लिया। हादसे में बेटा घायल हो गया। पत्नी और बेटी बीमार हो गईं। इसके चलते वह लोन की किस्त नहीं चुका सके। उधर बैंक का ब्याज बढ़ता गया। लोन चुकता नहीं करने पर बैंक ने उनके मकान को जब्त करने का नोटिस भेज दिया। इस पर उन्होंने जिलाधिकारी से गुहार लगाई मगर कोई नतीजा नहीं निकला। तब वह पत्नी के साथ गोरखपुर में मुख्यमंत्री से मिले। रेखा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

 उनका कहना है कि हमने लोन लिया है, उसे चुकाने के लिए भी तैयार हैं। मगर हमारे ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है, उसे ध्यान में रखते हुए ब्याज माफ कर दिया जाए और लोन की किस्त बना दी जाएं। हम मूलधन की पूरी रकम चुकाने के लिए तैयार हैं। उनकी बेटी मंजुला का कहना है कि हमारा 30 लाख रुपये का मकान है। बैंक उसे साढ़े तीन लाख में ही जब्त करना चाहता है, हम ऐसा नहीं होने देंगे। मैंने ब्याज पर लेकर आज ही बैंक में 50 हजार रुपये जमा किए हैं। उन्होंने बताया कि बैंक वाले अभी भी उन्हें गुमराह कर रहे हैं। कभी छह लाख बाकी बताते हैं तो कभी आठ लाख। हमें छह लाख का ही नोटिस भेजा गया है।

लोन की रकम वापस नहीं होने पर 2015 में खाते को एनपीए कर दिया गया था। इसके बाद बैंक ने सरफेसी योजना के तहत प्रापर्टी जब्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी थी। इसके लिए ओमवीर सिंह को कई नोटिस भी भेजे गए। अब लोन की धनराशि बढ़कर आठ लाख 92 हजार हो चुकी है। बैंक की ओर से नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। -दीप प्रकाश पटेल, शाखा प्रबंधक, प्रथमा बैंक, रामपुर रोड

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