भारत जी-20 में अंतरराष्ट्रीय जैव ईंधन गठबंधन बनाने पर देगा जोर: पुरी
नई दिल्ली। भारत आगामी जी-20 बैठक में जैव ईंधन पर एक वैश्विक गठबंधन बनाने पर जोर देने की योजना बना रहा है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि बेहद सफल अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की तर्ज पर जैव ईंधन पर यह वैश्विक गठबंधन बनाने की योजना है। भारत अब कच्चे तेल पर निर्भरता कम करने के लिए गन्ने, अनाज और कृषि अपशिष्ट से तैयार जैव ईंधन को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है। भारत दुनिया में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और आयातक देश है।
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पुरी ने यहां केपीएमजी के 'एनरिच 2022' सम्मेलन में कहा, हम अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की तर्ज पर एक अंतरराष्ट्रीय जैव ईंधन गठबंधन बनाने के लिए अपनी जी20 की अध्यक्षता का उपयोग करेंगे। भारत एक दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभालने वाला है। पुरी ने कहा कि भारत पहले ही गन्ने और अन्य कृषि उत्पादों से निकाले गए 10 प्रतिशत एथनॉल के साथ मिश्रित पेट्रोल (90 प्रतिशत पेट्रोल, 10 प्रतिशत एथनॉल) का उपयोग कर रहा है।
उन्होंने कहा, हमने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण के लक्ष्य को पहले ही 2030 से घटाकर 2024-25 कर दिया है। जमीनी प्रयास के आधार पर मैं कह सकता हूं कि इस लक्ष्य को 2024-25 से पहले हासिल कर लिया जाएगा। जी20 में अमेरिका, ब्राजील, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया और चीन सहित कई प्रमुख जैव ईंधन उत्पादक देश शामिल हैं।
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