अयोध्या: जनपद समेत मंडल में छह स्थानों पर जीएसटी टीम का छापा
पड़ताल के बाद जब्त किए अभिलेख, जमा कराए 14.66 लाख
अमृत विचार, अयोध्या। टैक्स भुगतान में अनियमितता और चोरी को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर सोमवार को मंडल में जनपद समेत छह स्थानों पर जीएसटी की टीमों ने सर्वे अभियान चलाया। अभियान के तहत संबंधित दुकानों व प्रतिष्ठानों पर खरीद-बिक्री के अभिलेखों की जांच की। पांच करोड़ की अघोषित वस्तुएं मिली हैं। संदिग्ध लेन-देन से संबंधित अभिलेख व वस्तु टीम ने जब्त कर टैक्स रिकवरी को लेकर कुल 14.66 लाख रुपये अग्रिम जमा कराया है।
बताया गया कि प्रदेश सरकार की ओर से जीएसटी के उच्च दर के दायरे में शामिल वस्तुओं पान, मसाला, गुटखा, लोहा, तम्बाकू समेत अन्य के व्यापार में अनियमितता और टैक्स चोरी को लेकर जीएसटी विभाग को एक साथ सर्वे छापा करने का निर्देश दिया गया था। जिसके लिए स्थानीय कार्यालय से अयोध्या व देवीपाटन मंडल में कार्रवाई के लिए कुल 19 टीमें लगाई गईं और टीमों ने सुबह 8 बजे एक साथ अलग-अलग जनपदों के प्रतिष्ठानों पर अपनी कार्रवाई शुरू की। अयोध्या मंडल में जनपद के दो स्थानों फतेजगंज दालमंडी स्थित पान-मसाला कारोबार से जुड़ी फर्म सोना ट्रेडर्स तथा सुपारी का व्यवसाय करने वाली इसी की सहयोगी आईजी ट्रेडर्स पर ज्वाइंट कमिश्नर व्यापार कर के नेतृत्व में टीमों ने छापा मारा।
टीम में ज्वाइंट कमिश्नर शिशिर कुमार, असिस्टेंट कमिश्नर एसआईबी आरएस विद्यार्थी, डिप्टी कमिश्नर गरीमा सिंह, वाणिज्यकर अधिकारी उमाशंकर तिवारी व गोपाल तिवारी शामिल रहे। वहीं मंडल के अन्य जनपदों अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी व बाराबंकी में कुल चार जगहों पर छापेमारी की गई। कई घंटे चली पड़ताल में टीमों को अघोषित लेन-देन ही नहीं बिना कर भुगतान के स्टॉक भी मिला है।
एडिशनल कमिश्नर एसआईबी ग्रेड-1 आरएस विद्यार्थी ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर दोनों मंडलों में 19 टीमों ने छापेमारी कर सर्वे किया है। अयोध्या मंडल में जनपद समेत अन्य जिलों में कुल 6 स्थानों पर सर्वे की कार्रवाई की गई है, जिसमें 5 करोड़ की अघोषित वस्तु मिली है। जिसके चलते व्यापार कर के रूप में 14.66 लाख रुपये अग्रिम जमा कराया गया है। साथ ही टीमों ने संदिग्ध लेन-देन से संबंधित अभिलेखों को विस्तृत जांच पड़ताल के लिए जब्त किया है।
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