रामपुर: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए मिला 1000 करोड़ रुपये का लक्ष्य  

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Published By Om Parkash chaubey
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10 से 12 फरवरी तक लखनऊ में होगा इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन, उत्तराखंड से रामपुर की ओर पलायन करना शुरू कर रहे उद्यमी

रामपुर, अमृत विचार। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा दिए जाने तथा बेरोजगारी दूर किए जाने के उद्देश्य से 10 से 12 फरवरी तक लखनऊ में  ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होगा। उपायुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा एक ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

जिसके अन्तर्गत 1000 करोड़ रुपए का लक्ष्य रामपुर जनपद का शासन स्तर से निवेश कराए जाने के लिए प्राप्त हुआ है। भाजपा से विधायक चुने गए आकाश सक्सेना के प्रयास से उद्योग नगरी स्थापित करने की दिशा में कुछ कदम बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। औद्योगीकरण को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा एमएसएमई उद्योग नीति-2022 प्रख्यापित की गई है।

जिसके तहत विभिन्न प्रकार की सुविधाएं, सब्सिडी और रियायतें सरकार द्वारा दी जा रही हैं। सरकार द्वारा एक ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके अन्तर्गत 1000 करोड़ रुपए का लक्ष्य रामपुर जनपद का शासन स्तर से निवेश कराए जाने के लिए प्राप्त हुआ है। स

रकार द्वारा दी जा रही सहूलियतों को देखते हुए पड़ोसी प्रदेश उत्तराखण्ड से भी कई इकाईयां प्रभावित होकर जनपद की बिलासपुर तहसील में स्थापित हो रही हैं और कुछ अन्य इकाइयां अभी आने की तैयारी में हैं। उपायुक्त उद्योग मुकेश कुमार ने बताया कि पूंजी निवेश को बढ़ावा दिए जाने के लिए औद्योगिक संगठनों, आईआईए के अध्यक्ष विपिन गुप्ता से बराबर संपर्क कर निवेश को बढ़ावा दिए जाने के लिए सुझाव मांगे गए हैं।

बताया अभी तक 19 इकाइयों से 382.50 करोड़ रूपए के एमओयू पंजीकृत कराए जा चुके हैं। शेष इकाईयों से भी लगातार एमओयू कराए जा रहे हैं। उपायुक्त उद्योग मुकेश कुमार ने बताया कि विधायक आकाश सक्सेना के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री  और विभागीय मंत्रियों से संपर्क करके रामपुर को पुनः उद्योग नगरी बनाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। जनपद के जिलाधिकारी  रविन्द्र कुमार मांदड़ और मुख्य विकास अधिकारी नन्द किशोर कलाल भी रामपुर को उद्योग नगरी बनाने के लिए शासन से निरन्तर सम्पर्क बनाए हुए हैं।

उद्योग लगाए जाने के लिए मिल रहे प्रस्ताव: उपायुक्त ने बताया कि अभी तक स्टेशनरी, टोनर, थ्रेड बनाना, फूड प्रोसेसिंग, गलासेस, व्हीकल ट्यूब बनाना, लकड़ी, चावल एवं मैंथॉल आधारित उद्योग स्थापित किए जाने के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। कुछ इकाईयों के विस्तारीकरण के प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। उद्योग विभाग का पूरा प्रयास है कि रामपुर पुनः एक औद्योगिक नगरी बने। अभी तक जितने प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उनके मूर्त रूप में आने से जनपद के लगभग 20000 लोगों को रोजगार मिलेगा।

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