चिंदबरम ने राज्यसभा में चीन का मुद्दा उठाने का किया प्रयास
चिदंबरम ने भोजनावकाश के बाद विनियोग (संख्यांक-5 और -2) विधेयक 2022 पर चर्चा शुरु करते हुए कहा कि मौजूदा अनुदान मांगों में 500 करोड़ रुपए की रक्षा क्षेत्र की मांग भी शामिल है।
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को राज्यसभा में चीन का मुद्दा उठाने का प्रयास किया। चिदंबरम ने भोजनावकाश के बाद विनियोग (संख्यांक-5 और -2) विधेयक 2022 पर चर्चा शुरु करते हुए कहा कि मौजूदा अनुदान मांगों में 500 करोड़ रुपए की रक्षा क्षेत्र की मांग भी शामिल है।
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यह राशि पूर्वोत्तर क्षेत्र में सीमा पर सड़क बनाने और आवश्यक सैन्य बुनियादी ढ़ांचा विकसित करने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए जितनी भी राशि की जरुरी है, यह सदन उसे देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने सेटेलाइट से यह पता ही चल गया होगा कि चीन की ओर सीमा पर क्या गतिविधियां हो रही है।
सरकार को इसकी जानकारी सदन को देनी चाहिए। श्री चिदंबरम के इस वक्तव्य पर सत्ता पक्ष ओर से आपत्ति होने पर उन्होंने कहा कि वह भारतीय सेना की तैयारियों के बारे नहीं जानना चाह रहे हैं बल्कि चीन की तैयारियों के बारे जानकारी मांग रहे हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया के बाली में जी 20 की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई है।
उन्होंने कहा कि इस मुलाकात में क्या सीमा विवाद पर भी चर्चा की गयी थी। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। चिंदबरम के इस वक्तव्य का सत्तापक्ष की ओर कड़ा विरोध किया गया और व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा गया कि उन्हें संबंधित विषय पर ही केंद्रित रहना चाहिए।
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