Video : RJD नेता अब्दुल बारी को भारत में लगता है डर, बच्चों को विदेश में बसने की दी सलाह, अब बोले- हम यहीं रहेंगे

Amrit Vichar Network
Published By Himanshu Bhakuni
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पटना। अपने बच्चों को विदेशी नागरिकता लेने की सलाह पर राजद (राष्ट्रीय जनता दल) नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का कहना है कि आज कल सबसे सस्ती गाली हो गई है कि पाकिस्तान चले जाओ, पाकिस्तान तुम्हारा बाप-दादा का होगा, हमारा नहीं है। हमारे बाप- दादा भारत में हैं भारत में रहे हैं और हम भी यहीं रहेंगे। 

मैंने इसे एक कार्यक्रम में कहा था जहां पूर्व न्यायाधीश सहित कई बुद्धिजीवी मौजूद थे। मैंने पूछा था कि अगर छात्रों को यहां अवसर मिलता है, तो वे विदेश क्यों जाएंगे। कुछ लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए भारत का उपयोग कर रहे हैं।  

दरअसल, बिहार की लालू-राबड़ी सरकार में वित्त मंत्री जैसी अहम जिम्मेदारी निभा चुके राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपने बच्चों को सलाह दी थी कि माहौल ठीक नहीं है। अगर विदेश में नौकरी मिलती है, तो ले लो। नागरिकता मिलती है तो वहीं बस जाओ। उनकी इस सलाह पर विवाद खड़ा हो गया है। 

हालांकि, अपनी सफाई में सिद्दीकी ने गुरुवार को कहा कि एजेंडा के तहत उन्हें घेरा जा रहा है। ऐसा कुछ नहीं कहा जो राष्ट्रविरोधी हो। सिद्दीकी ने कहा कि उनकी सलाह का बेटे ने भी विरोध किया। बेटा का कहना था कि हम बालिग हैं। कहां रहेंगे, कहां नौकरी करेंगे, इसके बारे में सलाह देने का अधिकार आपको नहीं है। 

 

अनीसाबाद के एक होटल में कार्यक्रम के दौरान सिद्दीकी ने बच्चों के साथ अपनी इस बातचीत का जिक्र किया। कार्यक्रम में उन्होंने जिक्र किया- मेरा बेटा अभी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा है, जबकि बेटी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पासआउट है। मैं भले यहां हूं, मगर बेटा-बेटी को कहा है कि विदेश में नौकरी मिले तो वहीं रह लो। वहां की सिटीजनशिप मिल जाए तो वह भी ले लो। अब इंडिया में वह माहौल नहीं रह गया है। ताजा हालात को नहीं झेल पाओगे। मातृभूमि छोड़ना तकलीफदेह है, लेकिन अब ऐसा दौर आ गया है।

पिछले दिनों राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी के दावेदार के रूप में प्रचारित किए जा रहे सिद्दीकी ने बाद में कहा कि उन्होंने ताजा हालात समझते हुए बच्चों को समझाया, हालांकि बेटे ने उन्हें जवाब दिया कि वह बालिग हैं। दुनिया देख रहे हैं। सबकुछ समझ सकते हैं। इसलिए, भारत आने या नहीं आने का फैसला खुद ले सकते हैं।   

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बिहार भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि राजद नेता सिद्दीकी के बयान निंदनीय है। ये लोग मदरसा संस्कृति से अभी भी बाहर नहीं निकल पाए हैं। ऐसे ही लोग सेक्युलरिज्म व लिबरलिज्म के मुखोटे में राष्ट्रविरोधी व धार्मिक एजेंडा चलाते हैं। सिद्दीकी का बयान आरजेडी की विचारधारा को परिलक्षित करता है। उन्होंने कहा कि सिद्दीकी भारत में रह रहे हैं और भारत की थाली में खा रहे हैं लेकिन कट्टरपंथियों के इशारों पर गा रहे हैं और विक्टिम कार्ड खेलकर देशविरोधी ज्ञान दे रहे हैं।

वहीं भाजपा विधायक रामसूरत राय ने कहा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी से यह क्यों नहीं पूछा जाना चाहिए कि अपने बेटे-बेटी को तो इंग्लैंड में पढ़ा लिया लेकिन बिहार के गरीब मुसलमानों के बच्चों की पढ़ाई के लिए क्या किया?

राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि देश जरूर मुश्किल से गुजर रहा है, नफरतें बढ़ गई हैं मगर देश छोड़ने से नफरतें दूर नहीं होंगी। देश में रहकर आपको इस आग को खत्म करना है। सभी लोग खराब नहीं है,अच्छे लोगों की बहुत बड़ी संख्या है। अगर इस देश को बचना है तो मुसलमान हो, हिंदु हो, सिख हो, ईसाई हो, हम सबको भाईचारे में रहना है। रामराज्य ये ही था कि सब बराबर हैं। कोई भी देश का आदमी पीछे रह जाए तो देश मजबूत नहीं हो सकता।

 


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