रामपुर: जैन समाज के लोगों ने झारखंड सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन
रामपुर, अमृत विचार। जैन समाज के लोग अपने सबसे बड़े तीर्थ सम्मेद शिखर जी को बचाने के लिए सड़कों पर उतरे। जैन समाज के लोगों ने अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए एक विशाल रैली निकाली। रैली में जैन समाज के प्रत्येक घर से दिव्यांगों, बुजुर्गो, बच्चों, महिलाओं ने भाग लिया और सम्मेद शिखर जी की पवित्रता और उसकी स्वतंत्र पहचान नष्ट करने वाले झारखंड़ सरकार के फैसलों की कड़ी निंदा की। जैन समाज के मुख्यमंत्री विशाल जैन ने बताया कि सम्मेद शिखर जी पर लिये गये गलत फैसलों को लेकर जैन समाज लगभग एक वर्ष से झारखंड़ सरकार को अवगत करा रहा है और फैसलों में सुधार करने की मांग कर रहा है। जिससे जैन समाज में भारी आक्रोश है।
शुक्रवार को जैन समाज के लोग एकत्र होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उन्होंने एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इस मौके पर दिनेश जैन सेठी ने कहा कि उनकी मांग है कि सम्मेद शिखर को अतिक्रमण मुक्त कराया जाये और हमारे सबसे बड़े तीर्थ के संरक्षण के लिए सम्पूर्ण क्षेत्र को मांस-मंदिरा से मुक्त किया जाए। इस पवित्र पहाड़ पर जो भी कोई आये वह जैन धर्म के नियमों का कड़ाई के साथ पालन करें।
अध्यक्ष दिनेश जैन खंडेलवाल ने बताया कि केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने झारखंड़ सरकार की अनुशंसा पर सम्मेद शिखर जी तीर्थ क्षेत्र में पर्यटन और गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति दी है, जिस कारण हमारे तीर्थ सम्मेद शिखर जी की पवित्रता पर भारी संकट उत्पन्न हो गया है। ज्ञापन देने वालों में नरेश जैन, भारत भूषण जैन, मुकेश जैन, सुनील कुमार जैन, ज्ञानेंद्र जैन, आशीष जैन, राहुल जैन, अनुराग जैन, श्रेयांश जैन, निर्भय जैन, डा. प्रदीप जैन, नवीन जैन, शुभम जैन, प्रतीक जैन, अजीत जैन, प्रमोद जैन, संजय जैन खंडेलवाल, जितेंद्र कुमार जैन, संजय जैन, सर्वेश जैन, अखिलेश जैन, योगेश जैन, सौरभ जैन, आलोक जैन, चित्रांशु जैन, गौरव जैन, अनीता जैन आदि शामिल रहे।
