Pele Records : 95 गोल, तीन वर्ल्ड कप जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी Pele...जानें फुटबॉल के 'ब्लैक पर्ल' की कहानी
पहली बार 1958 में 17 साल की उम्र में पेले ब्राजील की विश्व कप जीत के सूत्रधार रहे...
साओ पाउलो। उनके पैरों का जादू जब चलता था तो दुनिया मानों थम जाती थी और फुटबॉल को खूबसूरती देकर महानता के नये मानदंड कायम किये थे पेले ने। कई पीढियों पर अमिट छाप छोड़ने वाले खिलाड़ी बिरले ही होते हैं और फुटबॉल के जादूगर पेले के निधन के साथ मानों एक युग का अंत हो गया। पहली बार 1958 में 17 साल की उम्र में वह ब्राजील की विश्व कप जीत के सूत्रधार रहे। उनके खेल में लगातार निखार आता गया और सत्तर के दशक में खेल को अलविदा कहने से पहले उन्होंने ऐसे मानदंड कायम कर दिये थे कि ब्राजील ही नहीं बल्कि दुनिया के हर फुटबॉलर को उस कसौटी पर कसा जाता है। ब्राजील में गारिंचा से लेकर दिदि तक, जिको से लेकर रोमारियो तक और रोनाल्डो से लेकर नेमार तक कई सुपरस्टार फुटबॉलर हुए लेकिन पेले जैसा कोई दूसरा नहीं हुआ।
🇧🇷 The one & only Pelé
— FIFA World Cup Stats (@alimo_philip) December 29, 2022
⚽️ 1279 goals
🏆 3 FIFA World Cups
🏆 6 Brazilian league titles
🏆 2 Copa Libertadores
🎖️ FIFA Player of the Century
🎖️ TIME 100 Most Important People of the Century
🐐 The GOAT & Trailblazer #FIFAWorldCup|#Pele|#BRA pic.twitter.com/U13h7h5ssI
तीन विश्व कप जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी पेले ने ब्राजील के लिए 95 गोल किए। उनके बाद नेमार का नंबर है जो 75 गोल कर चुके हैं जबकि रोनाल्डो ने 62 गोल किये हैं। पेले ने ब्राजील के लिये 114 मैच खेले जिनमें से 92 पूर्ण अंतरराष्ट्रीय मैच थे । उन्होंने विश्व कप में 14 मैच खेलकर 12 गोल किये। फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में शुमार पेले पहले सांतोस क्लब के लिये और फिर ब्राजील की राष्ट्रीय टीम के लिये अपने खेल से विश्व फुटबॉल पर अपनी अमिट छाप छोड़ गए। उनकी कलात्मकता, हुनर और पैरों की जादूगरी के विरोधी भी मुरीद थे । उनके खेल में ब्राजील की सांबा शैली झलकती थी। ब्राजील को फुटबॉल की महाशक्ति बनाने वाले पेले के कैरियर की शुरूआत साओ पाउलो की सड़कों पर हुई जहां वह अखबारों के गट्ठर या रद्दी के ढेर का गोला बनाकर फुटबॉल खेला करते थे।
🇧🇷Pelé’s World Cup Records
— FIFA World Cup Stats (@alimo_philip) December 30, 2022
🏅Only player to score a hat-trick in a FIFA World cup before turning 18.
🏅Only player to have scored a hat-trick in the Intercontinental Cup.#FIFAWorldCup|#Pele|#BRA pic.twitter.com/TbV2XbGXzR
फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों का जिक्र होता है तो पेले के साथ सिर्फ डिएगो माराडोना और अब लियोनेल मेस्सी का नाम लिया जाता है। पेले ने लीग मैचों में करीब 650 और सीनियर मैचों में 1281 गोल किये। 'द किंग' कहे जाने वाले पेले ने सबसे पहले 1958 में स्वीडन में 17 वर्ष की उम्र में विश्व कप में अपना लोहा मनवाया। वह उस टूर्नामेंट के सबसे युवा खिलाड़ी थे। फाइनल में मेजबान के खिलाफ 5 . 2 से मिली जीत में दो गोल करने वाले पेले को उनके साथी खिलाड़ियों ने कंधे पर उठा लिया था। फिर चार साल बाद चोट के कारण वह दो ही मैच खेल सके लेकिन ब्राजील ने खिताब बरकरार रखा।
🕊️ 🇧🇷 Pelé-The Baptist
— FIFA World Cup Stats (@alimo_philip) December 29, 2022
⚽️ ‘The Beautiful Game’, a universally-used nickname for football, was coined by Pele.
🏆 Pele also baptized Brazil’s Mexico 1970 World Cup champions as ‘The Beautiful Team', which also stuck.#FIFAWorldCup|#Pele|#BRA pic.twitter.com/FNBkoAwvAR
मेक्सिको में 1970 में हुए विश्व कप में इटली पर मिली जीत में पेले ने फाइनल में एक गोल किया और कार्लोस अलबर्टो के गोल के सूत्रधार रहे । पेले की ख्याति ऐसी थी कि 1967 में नाइजीरिया में गृहयुद्ध के दौरान कुछ समय युद्धविराम कर दिया गया ताकि वह लागोस में नुमाइशी मैच खेल सके।
🐐 Pelé’s Major Honours;
— FIFA World Cup Stats (@alimo_philip) December 29, 2022
🏆🏆🏆🏆🏆🏆Brasileiro
🏆🏆🏆 FIFA World Cup
🏆🏆 Copa Libertadores
🎖️FIFA Player of the Century
🎖️1970 World Cup Golden Ball
🎖️Youngest World Cup Winner
🎖️Most hat-tricks of all time-92
🎖️Most World Cup assists-10
🎖️Honorary Ballon d’Or#Pele|#BRA pic.twitter.com/eShUBmAliE
23 अक्टूबर 1940 में जन्मे पेले ने फुटबॉल किट खरीदने के लिये जूते भी पॉलिश किये। वह 11 वर्ष की उम्र में सांतोस की युवा टीम का हिस्सा बने और जल्दी ही सीनियर टीम के लिये चुन लिये गए । उन्होंने ब्राजील के लिए 114 मैचों में 95 गोल किये। जब यूरोपीय क्लबों में उन्हें खरीदने के लिये होड़ मची थी तो ब्राजील सरकार को इसे रोकने के लिये दखल देना पड़ा और उन्हें राष्ट्रीय संपदा घोषित किया। उन्होंने कैरियर का आखिरी मैच 1971 में पूर्व यूगोस्लाविया के खिलाफ खेला जो 2 . 2 से ड्रॉ रहा। मैदान से विदा होते समय वह अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके। स्टेडियम में 'थैंक्यू' का संदेश बज रहा था और बड़े से बैनर पर लिखा था, 'लांग लिव द किंग। ब्राजील की पीली दस नंबर की जर्सी में पेले की छवि फुटबॉल के चाहने वालों की यादों में हमेशा चस्पा रहेगी।