पोर्ट ब्लेयर से पूर्वोत्तर, जम्मू कश्मीर से रामेश्वरम तक नेटवर्क को मजबूत बनाएगा प्रसार भारती

Amrit Vichar Network
Published By Sakshi Singh
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नई दिल्ली। प्रसार भारती अगले 3-4 वर्षो में पोर्ट ब्लेयर के सागरीय तट से लेकर जम्मू कश्मीर, ईटानगर के सीमावर्ती इलाकों तथा वामपंथी चरमपंथ प्रभावित क्षेत्रों से पूर्वोत्तर सहित सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नेटवर्क के विस्तार, उच्च क्षमता के ट्रांसमीटर स्थापित करने एवं आधुनिकीकरण पर ध्यान देगा।

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प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) गौरव द्विवेदी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चार जनवरी को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय क्षेत्र प्रसारण आधारभूत ढांचा एवं नेटवर्क विकास (बीआईएनडी) योजना को बुधवार को मंजूरी प्रदान की थी जिसमें 2025-26 तक 2,539.61 करोड़ रूपए के आवंटन से प्रसार भारती प्रसारण के बुनियादी ढांचे एवं नेटवर्क को मजबूत बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि  इससे वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों, सीमावर्ती एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्रों तक इसकी पहुंच को व्यापक रूप से बढ़ाते हुए श्रोताओं और दर्शकों को उच्च गुणवत्ता युक्त कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।

 द्विवेदी ने बताया कि आकाशवाणी एफएम का कवरेज वर्तमान में भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब से 58.83 प्रतिशत और आबादी के लिहाज से 68 प्रतिशत है। इस योजना के तहत इसे बढ़ाकर क्रमश: 66.29 प्रतिशत और 80.23 किया जायेगा। उन्होंने बताया कि भारत नेपाल सीमा पर आकाशवाणी एफएम के कवरेज को वर्तमान 48.27 प्रतिशत से बढ़ाकर 63.02 प्रतिशत किया जायेगा। जम्मू कश्मीर सीमा पर आकाशवाणी एफएम के कवरेज को 62 प्रतिशत से बढ़ाकर 76 प्रतिशत किये जाने का लक्ष्य है।

 रामेश्वरम में 20 किलोवाट का ट्रांसमीटर स्थापित किया जायेगा। प्रसार भारती के सीईओ ने बताया कि इस योजना के तहत दूरदर्शन और आकाशवाणी चैनलों को आधुनिक प्रसारण एवं स्टुडियो उपकरणों से लैस करके सशक्त बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि विजयवाड़ा और लेह में दूरदर्शन केंद्र का उन्नयन किया जायेगा और इन्हें 24 घंटे प्रसारण करने वाले केंद्र में बदला जायेगा। 28 क्षेत्रीय दूरदर्शन चैनलों को एचडी (हाई डेफिनिशन) प्रारूप में बदला जायेगा तथा दूरदर्शन के सम्पूर्ण नेटवर्क में 31 क्षेत्रीय समाचार इकाइयों का उन्नयन किया जायेगा एवं आधुनिक उपकरणों से लैस किया जायेगा। 

द्विवेदी ने बताया कि गुवाहाटी, शिलांग, एजल, ईटानगर, अगरतला, कोहिमा, इंफाल, गंगटोक और पोर्ट ब्लेयर के दूरदर्शन केंद्रों को उन्नत बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि 10 किलोवाट वाले 41 एफएम ट्रांसमीटर की क्षमता को बढ़ाया जायेगा तथा कुछ अन्य कम क्षमता के ट्रांसमीटर को उन्नत किया जायेगा। इससे टीयर-2 और टीयर-3 शहरों, वामपंथी चरमपंथ प्रभावत इलाकों, सीमावर्ती क्षेत्रों एवं आकांक्षी जिलों में एफएम का करवरेज 6 लाख वर्ग किलोमीटर तक बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि डीडी फ्री डिश की क्षमता को वर्तमान 116 चैनलों से बढ़ाकर 250 चैनल किया जायेगा। निर्बाध डीटीएच सेवा के लिये डीडी फ्री डिश आपदा सुधार सुविधा स्थापित की जायेगी। 

प्रसार भारती के सीईओ ने बताया कि इस योजना में दिखायी जाने एवं प्रसारित की जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता में सुधार पर भी जोर होगा। इसमें सूचना के साथ मनोरंजन पर खास ध्यान होगा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की आवाज को मजबूती से पहुंचाने के लिये ‘डीडी इंडिया’ को सशक्त बनाया जायेगा और इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके तहत वामपंथी चरमपंथ प्रभावित क्षेत्र (एलडब्ल्यूई), सीमावर्ती, आकांक्षी एवं सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के बीच 8 लाख डीडी डीटीएच सेट टॉप बाक्स मुफ्त वितरित किये जायेंगे। 

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